पटना:आईजीआईएमएस (IGIMS) में डेडीकेटेड अस्पताल बनाकर लगातार ब्लैक फंगस (Black Fungus) के मरीजों का इलाज किया जा रहा है. आज संस्थान में 4 मरीजों की मौत हुई है. जिसमें 3 ब्लैक फंगस से ग्रसित थे.
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ब्लैक फंगस के 2 नए मरीज
संस्थान के अधीक्षक मनीष मंडल के अनुसार अभी भी संस्थान में ब्लैक फंगस के 114 मरीज भर्ती हैं. जिसमें 9 कोविड पॉजिटिव हैं और 105 कोविड नेगेटिव हैं. सभी का इलाज यहां डेडीकेटेड डॉक्टरों के टीम द्वारा किया जा रहा है. आज भी संस्थान में ब्लैक फंगस के 2 नए मरीज भर्ती हुए हैं.
227 ऑक्सीजन बेड खाली
आईजीआईएमएस में कोविड वार्ड बनाकर कोविड के भी मरीजों का अलग से इलाज किया जा रहा है. लगातार डॉक्टरों की टीम कोविड अस्पताल में मरीजों का इलाज कर रही है. 163 कोरोना के मरीजों का यहां भी इलाज किया जा रहा है. अभी भी 227 ऑक्सीजन बेड यहां खाली हैं. जबकि आईसीयू और वेंटीलेटर बेड यहां खाली नहीं हैं.
क्या है ब्लैक फंगस
पटना एम्स के उपाधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने बताया है कि ब्लैक फंगसएक फंगल बीमारी है. यह तभी होती है, जब मरीज की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर हो जाती है. ब्लैक फंगस शरीर में नाक, मुंह और कटे फटे हिस्से के माध्यम से ही प्रवेश करते हैं. इसके प्रमुख शुरुआती लक्षण नाक से पानी आना और खून निकलना, नाक में काला पपड़ी जमना और आंख में सूजन होना और रोशनी कम होना है.