पटना: बिहार कांग्रेस को एकजुट करने की कोशिश कर प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास (Bhakt Charan Das) के खिलाफ ही मोर्चा खुल गया है. राजधानी पटना स्थित सदाकत आश्रम में जहां वे कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक कर रहे थे, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में विभिन्न जिलों से आए कार्यकर्ता उनके खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. कार्यकर्ता 'भक्त चरण दास वापस जाओ' के नारे लगाते रहे.
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इन कार्यकर्ताओं का कहना है कि भक्त चरण दास बिहार कांग्रेस को बर्बाद करने पर तुले हैं. जब तक आलाकमान बिहार कांग्रेस प्रभारी को नहीं बदलता है, तब तक हम लोग आंदोलन करते रहेंगे. इन लोगों ने पैसे लेकर पद बांटने का आरोप लगाया है.
हाजीपुर से आए कांग्रेस कार्यकर्ता मनोज कुमार का आरोप है कि पार्टी में पद देने के लिए पैसे लिए जा रहे हैं. हम लोगों ने पैसा नहीं दिए, इसलिए पार्टी में कोई स्थान नहीं दिया गया है. वहीं हाजीपुर से ही आए रामचंद्र पासवान ने आरोप लगाया कि कार्यकारी अध्यक्ष बनाने के लिए भक्त चरण दास ने हम से 5 लाख रुपये लिए हैं, लेकिन अभी तक हमारा नाम लिस्ट में नहीं जोड़ा गया है. यही कारण है कि हम लोग आज पोस्टर लेकर के सदाकत आश्रम के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं. आपको बता दें कि जो पोस्टर लेकर कांग्रेसी कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे, उस में साफ-साफ लिखा था कि भक्त चरण दास दलालों का दलाल है. बिहार कांग्रेस को इनसे मुक्ति चाहिए.
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हालांकि कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन को लेकर भक्त चरण दास ने कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन जिस तरह से बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरणदास पर पैसे लेकर पद देने का आरोप लग रहा है वह गंभीर आरोप है. इन दिनों वैसे भी बिहार कांग्रेस में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं है, ऐसे में ये आरोप पार्टी के लिए चिंता का सबब बन सकता है. वैसे आपको बताएं कि रविवार को भक्त चरण दास पार्टी के नेताओं के साथ उपचुनाव को लेकर रणनीति बना रहे थे, उसी समय दर्जनों कांग्रेसी कार्यकर्ता कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे.