पटनाः बिहार सरकार ने नीति आयोग की रिपोर्ट(NITI Aayog Report On Bihar) पर पत्र भेजकर आपत्ति दर्ज कराई है और विशेष दर्जे की मांग भी की है. सरकार की ओर से पत्र भेजने पर भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी (Ashok Choudhary On Letter To NITI Aayog) ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि बिहार में पिछले 16 साल में लगातार विकास के कार्य हुए हैं. बिहार ने अपने संसाधन के हिसाब से हर क्षेत्र में विकास किया है. लेकिन आगे और विकास के लिए केंद्र की मदद की जरूरत है और इसलिए पत्र लिखा गया है.
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भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने नीति आयोग की रिपोर्ट भेजे जाने पर सफाई देते हुए कहा कि बिहार में नीतीश कुमार ने किस तरह से विकास कार्य किया है किसी से छिपा नहीं है. उन्होंने कहा कि नीति आयोग किस पैमाने पर रिपोर्ट तैयार करता है उसकी जानकारी हम लोगों को नहीं देता.
'बिहार की क्या स्थिति थी अपने संसाधनों की बदौलत अब तक बिहार के हर क्षेत्र में विकास किया गया है. कृषि का उत्पादन दोगुना किया गया है सिंचित भूमि बढ़ाया गया है. शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली सड़क हर क्षेत्र में काम हुआ है. लेकिन नीति आयोग को बिहार के लिए कुछ और करने की जरूरत है. बिहार तेजी से आगे बढ़े इसके लिए जरूरी है कि केंद्र से विशेष मदद मिले'- अशोक चौधरी, भवन निर्माण मंत्री
बता दें कि बिहार में डबल इंजन की सरकार है, उसके बावजूद बिहार सरकार को 3 महीने में दूसरी बार नीति आयोग की रिपोर्ट और विशेष मांग के लिए पत्र लिखना पड़ा है. बिहार सरकार के मंत्री का साफ कहना है कि विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए केंद्र की तरफ से विशेष पहल होना चाहिए.