पटना : कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति के बाद पूरे देश में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ-साथ आम लोगों की सुरक्षा के लिए कई इंतजाम सरकार द्वारा किए जा रहे हैं, जिसमें सबसे महत्वपूर्ण डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा है. बिहार सरकार हो या देश की कोई भी सरकार लगातार पीपीई किट और मास्क की खरीद में जुटी हुई है. सबसे सस्ता मास्क चीन का माना जाता है. लेकिन चीन के द्वारा फैला कोविड-19 वायरस के बाद सभी सामानों की कीमत में काफी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.
बिहार के युवा उद्यमी ने दी चीन को चुनौती, सस्ते दामों पर बेच रहा है पीपीई कीट और मास्क
गौरव बताते हैं कि वह लगातार सरकार से संपर्क में बने हुए हैं, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है. उनकी कंपनी एमएसएमई अप्रूव्ड होने के कारण किसी भी तरह के सुरक्षा कीट का सरकारी निर्यात करने के लिए सक्षम है.
सुरक्षा कीटों का निर्माण करने में जुटा युवा उद्यमी
इसी बीच बिहार के एक युवा उद्यमी इन तमाम सुरक्षा कीटों का निर्माण करने में जुटा है. ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में गोपाल इंडस्ट्रीज के गौरव बताते हैं कि उनकी कंपनी लगातार पीपीई कीट, थ्री प्लाई मास्क और फेस स्लाइड का निर्माण करने में जुटी है. गौरव बताते हैं कि पीपीपी कीट को बनाने में 250 से 300 तक का लागत लगता है. जिसे वे 350 से 400 तक बाजारों में बेच रहे हैं. इसके अलावा फ्लैशलाइट भी 50 में वह उपलब्ध करा सकते हैं. जहां तक थ्री प्लाई मास्क का सवाल है, तो उसकी कीमत साढ़े 3 से 4 रुपये है.
समान की क्वालिटी और काफी बेहतर दाम
गौरव बताते हैं कि वह लगातार सरकार से संपर्क में बने हुए हैं, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है. उनकी कंपनी एमएसएमई अप्रूव्ड होने के कारण किसी भी तरह के सुरक्षा कीट का सरकारी निर्यात करने के लिए सक्षम है. वहीं, एक और जहां अभी इन सामानों का भारी कीमत चुका कर के बिहार सरकार खरीद करने को मजबूर है, तो दूसरी ओर बिहार का उद्यमी युवा इसे उचित कीमत पर उपलब्ध कराने के लिए तैयार बैठा है. गौरव की फैक्ट्री नालंदा जिले में स्थापित है और वह पिछले कई सालों से इस तरह के सामानों का निर्माण और निर्यात कर रहा है. सबसे बड़ी बात यह है कि इसके समान की क्वालिटी और दाम काफी बेहतर है.