धान अधिप्राप्ति में इस बार राज्य ने किया बेहतर प्रदर्शन, कई जिले साबित हुए फिसड्डी
धान अधिप्राप्ति में इस बार राज्य ने बेहतर प्रदर्शन किया है. इस बार कुल 6739.46 करोड़ की धान अधिप्राप्ति हुई है. जिनमें से 5666.52 करोड़ का भुगतान भी किया जा चुका है.
paddy procurement in bihar
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Published : Feb 23, 2021, 4:38 PM IST
पटना: राज्य में धान अधिप्राप्ति का समय समाप्त हो चुका है. 21 फरवरी तक ही राज्य सरकार ने किसानों से पैक्स द्वारा धान अधिप्राप्ति करने का लक्ष्य रखा था. इस बार 35 लाख 60 हजार मीट्रिक टन धान अधिप्राप्ति हुई है. लक्ष्य 45 लाख मीट्रिक टन का था. खाद्य उपभोक्ता और संरक्षण विभाग के सचिव विनय कुमार ने बताया कि इस बार राज्य में धान अधिप्राप्ति रिकॉर्ड कायम की है. इस बार लक्ष्य का तकरीबन 90 फीसदी पूरा किया गया है. इसके पूर्व 2014-15 में सबसे अधिक 24 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हुई थी.
इस बार धान अधिप्राप्ति के लिए राज्य सरकार भले ही दावे कर रही हो कि बेहतरीन प्रदर्शन हुआ है. लेकिन अभी भी कई जिले हैं, जो 25% तक भी धान अधिप्राप्ति नहीं कर सका है.
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"धान अधिप्राप्ति की तर्ज पर ही सरकार गेहूं अधिप्राप्ति भी करती है. लेकिन बिहार में गेहूं उत्पादन का सर प्लस काफी कम होने के कारण ज्यादा अधिप्राप्ति नहीं होती है. किसी भी फसल की अधिप्राप्ति का मुख्य उद्देश्य होता है कि किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य मिले और अगर वह बाजार में भी जाकर अपनी फसल को भेजता है, तो उसे अच्छी दर मिले"- विनय कुमार, सचिव, खाद्य उपभोक्ता संरक्षण विभाग
लक्ष्य से अधिक धान की अधिप्राप्ति राज्य में पैक्स के माध्यम से किसानों को 18930 रुपये मीट्रिक टन के दर से धान की भुगतान की जाती है. इस बार कुल 6739.46 करोड़ की धान अधिप्राप्ति हुई है. जिनमें से 5666.52 करोड़ का भुगतान भी किया जा चुका है. राज्य में कई जिले ने तो लक्ष्य से अधिक धान की अधिप्राप्ति की है.