पटना: बिहार के नए कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह का विवाद (Kartikeya Singh Controversy) अब तक थमा नहीं कि नीतीश सरकार में एक और मंत्री पर आरोप लगाए गए हैं. आरजेडी नेता और प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह पर चावल घोटाले का आरोप (sudhakar singh accused in rice scam) है. जिसके बाद बीजेपी उनके इस्तीफे की मांग कर रही है. वहीं कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा है कि वे इस्तीफा नहीं देंगे. उन्होंने अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोप को गलत बताया है.
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''आश्चर्यजनक रूप से जो आरोप लग रहा है, 2013 में तब बिहार में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी. और मैं भाजपा का कार्यकर्ता भी था. अगर थोड़ा भी आरोप मेरे ऊपर लगता तो मुझे पार्टी से निकाला गया होता. गबन तो वो करेगा जो पद पर होगा. उस वक्त तो मैं कोई पद पर नहीं था. सांसद-विधायक नहीं थे. 2 साल पहले मैं विधायक बना हूं और अब मंत्री बना हूं. आश्चर्यजनक रूप से भाजपा को आज याद आ रहा है. सबसे बड़ा झूठा पार्टी है भाजपा.''- सुधाकर सिंह, कृषि मंत्री, बिहार
आरोपों पर क्या बोले सुधाकर सिंह?: बीजेपी की ओर से लगाए जा रहे आरोपों पर सुधाकर सिंह ने कहा कि यह मामला विचाराधीन है, मैं सजायाफ्ता तो हूं नहीं. यह 2013 का मामला है तो यह सवाल मुझसे आज क्यों पूछा जा रहा है. इस तरह के केस ज्यादातर राजनेताओं पर होते हैं. अगर कोर्ट मुझे दोषी ठहराता है तो मैं मंत्री पद छोड़ दूंगा.
क्या है बिहार का चावल घोटाला ? :बता दें कि बिहार के सुधाकर सिंह पर चावल घोटाले में शामिल होने का आरोप लगा है. बिहार में 2013-2014 में चावल घोटाला हुआ था. आरोप है कि सुधाकर सिंह ने चावल जमा नहीं कराया और उसे गबन कर गए. सुधाकर सिंह पर केस भी हुआ. यह केस अभी लंबित है. विवाद बढ़ने पर सुधाकर सिंह ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया.
कृषि मंत्री पर लगा ‘चावल घोटले’ का आरोप : इससे पहले, बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर पर सवाल उठाया. उन्होंने नीतीश कुमार से सवाल किया कि नये कृषि मंत्री चावल घोटाला मामले में संलिप्त पाए गए है. अगर कृषि मंत्री ही चावल घोटाले में संलिप्त पाये जाते हैं तो बिहार में किसानों का भविष्य कैसा होगा?
"कृषि मंत्री के तौर पर देखें तो पूरे उत्तर भारत में जिस तरीके से सुखा का प्रभाव है. ऐतिहासिक रूप से साक्ष्य नहीं है कि इतने बड़े पैमाने पर अकाल पड़े हैं. उस दौर में बीच में हम कृषि मंत्री के रूप में दूसरे तिसरे दिन काम शुरू किए हैं. तो ये बड़ी चुनौती भी है और एक विशाल आबादी इस कृषि आधारित राज्य पर निर्भर भी है. वो हमलोग कैसे उनको हमलोग मदद कर पाएंगे. इसके लिए लगातार हमलोग मंथन कर रहे हैं और बहुत छोटे स्तर पर हमलोग शुरू किए हैं. डीजल अनुदान का सवाल हो या हम एक सुखा के बाद हम इमरजेंसी प्लान में हमलोग कुछ नए खेती के लिए बीच मुहैया कराते हैं. प्लस ये आपदा का है सवाल कि आपदा के जरिए भी किसानों को मदद करेंगे. कृषि इनपुट भी देंगे हम कि आपकी खेत में फसल लगा लेकिन उसको पैदा नहीं हुआ. ये सब पैसा हमलोग देते हैं वो बहुत छोटी है. उससे किसी का जीवन यापन नहीं होगा. ऐसी स्थिति इतिहास में 100-200 साल में एक बार होता है."-सुधाकर सिंह, कृषि मंत्री, बिहार
RJD प्रदेश जगदानंद के बेटे हैं सुधाकर सिंह : बता दें कि सुधाकर सिंह आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे हैं और कैमूर के रामगढ़ से विधायक हैं. सुधाकर सिंह 2010 में पिता से बगावत कर बीजेपी के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे थे लेकिन वे चुनाव हार गए थे.
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