पटना:भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री ने कई ऐसी फिल्में दी है. जिसके कंटेंट और गानों को बिहार ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों में भी सराहा गया है. इतना ही नहीं इन फिल्मों ने करोड़ों का बिजनेस भी किया है. जिनमें ससुरा बड़ा पैसा वाला, निरहुआ रिक्शावाला, बॉर्डर और हिंदुस्तान की कसम जैसी कई भोजपुरी फिल्में शामिल है.
- 2004 में फिल्म ससुरा बड़ा पैसा वाला ने 35 करोड़ की कमाई की.
- 2018 में फिल्म निरहुआ की बॉर्डर को काफी सराहा गया.
- 2019 में 160 से अधिक भोजपुरी फिल्में रिलीज हुई.
- 2020 में भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री कोरोना के कारण रही प्रभावित.
- 2021 में फिर से कई भोजपुरी फिल्में आने को तैयार है.
भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की उपेक्षा
भोजपुरी बिहार की भाषा है. भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री यू कहें तो बिहार की अपनी फिल्म इंडस्ट्री है. मगर ये फिल्म इंडस्ट्री अपने ही प्रदेश में उपेक्षा की शिकार है. बिहार का फिल्म विकास निगम सालों से शिथिल पड़ा हुआ है और फिल्म निगम के माध्यम से भोजपुरी फिल्मों और कलाकारों के प्रोत्साहन के लिए कोई योजना नहीं है. भोजपुरी फिल्म की शूटिंग करनी हो या भोजपुरी गानों की शूटिंग करनी हो फिल्म निर्देशक बिहार का सीन क्रिएट करने के लिए दूसरे प्रदेशों में जाकर सीन शूट करते हैं.
कमाई में आयी बाढ़
- भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री 2000 करोड़ की हुई
- प्रोडक्शन कॉस्ट बढ़ने से कमाई भी बढ़ी
- कलाकारों की फीस 20 से 30 फीसदी बढ़ी
- प्रोड्यूसर 10 करोड़ से ज्यादा की करने लगे कमाई
बिहार में ही नहीं बन पाई पहचान
1962 में भोजपुरी की पहली फिल्म गंगा मैया तोहे चुनरी चढ़ईबो आई थी. उसके बाद से अब तक कई एक भोजपुरी फिल्म आ चुकी हैं. मगर अब तक भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री बिहार में अपनी वो पहचान नहीं बना पाई है. जो अन्य भाषा की फिल्म इंडस्ट्रीज अपने राज्यों में जिस मुकाम पर है. अब तक भोजपुरी फिल्मों ने दो हजार करोड़ से अधिक का कारोबार कर लिया है. बावजूद इसके बिहार में भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री लगातार उपेक्षा का शिकार हो रही है.
इस तरह आया बदलाव
- 2013-2014 के बाद से आया बड़ा बदलाव
- मनोज तिवारी, रविकिशन और निरहुआ बने ब्रांड
- 2015 में निरहुआ ने कई रिकार्ड किए ध्वस्त
- 'निरहुआ हिन्दुस्तानी' और 'पटना से पाकिस्तान' बनी ब्लॉकबस्टर
- 2015 में बॉक्स ऑफिस का कुल कलेक्शन 35 करोड़ के पार
- 2016 में 56 फिल्में रिलीज, कलेक्शन 30 करोड़ के करीब
'बिहार में फिल्म इंडस्ट्री का कोई भविष्य नहीं'
कई भोजपुरी फिल्मों का निर्देशन करने वाले फिल्म निर्देशक आकाश जोगी ने बताया कि बिहार में फिल्म इंडस्ट्री का उन्हें कोई भविष्य नजर नहीं आ रहा. उन्होंने बताया कि भोजपुरी फिल्मों की शूटिंग करने के लिए उन्हें गुजरात महाराष्ट्र यूपी और झारखंड का रुख करना पड़ता है. क्योंकि यहां प्रदेश में सरकार की तरफ से भोजपुरी फिल्म के प्रोत्साहन को लेकर कोई नीति नहीं है.