पटना:बिहार के दरभंगा जंक्शन (Darbhanga Junction) पर कुछ दिन पहले हुए पार्सलबम ब्लास्ट (Bomb Blast) मामले को लेकर पूरी प्रशासन व्यवस्था अलर्ट पर है. हालांकि, एनआईए की टीम अभी पूरी तरीके से जांच कर रही है. वहीं, शुक्रवार को दरभंगा बम ब्लास्ट मामले में संलिप्त अपराधियों की पटना के एनआईए कोर्ट में पेशी भी की गई है, जिसको देखते हुए पटना जंक्शन पर भी आरपीएफ और जीआरपी की टीम पूरी तरीके से सतर्कता दिखाती नजर आ रही है.
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चलाया जा रहा चेकिंग अभियान
पटना जंक्शन पर जीआरपी और आरपीएफ की टीम के द्वारा पूरी तरीके से चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. यहां तक कि डॉग स्क्वायड की टीम के साथ पूरे पटना जंक्शन, पार्सल गोदाम और ट्रेनों की चेकिंग की जा रही है. इस कड़ी में शुक्रवार को आरपीएफ टीम की ओर से डॉग को लेकर जंक्शन की तलाशी ली गई. हालांकि, इस दौरान कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला.
बिहार के सभी स्टेशन अलर्ट पर
बता दें कि अचानक दरभंगा जंक्शन पर पार्सल रूम में हुए ब्लास्ट को लेकर लगभग बिहार के सभी स्टेशन अलर्ट पर हैं. सभी जगह लगातार जीआरपी और आरपीएफ के द्वारा सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है. पटना जंक्शन पर जीआरपी, आरपीएफ और डॉग स्क्वायड की टीम की ओर से यात्रियों के बैग के साथ-साथ ट्रेनों की बोगियों की भी तलाशी की जा रही है.
2 आभूषण तस्कर हो चुके हैं गिरफ्तार
बताया जा रहा है कि इसी जांच अभियान के तहत विगत कुछ दिन पहले पटना जंक्शन पर आरपीएफ और आसनसोल एसटीएफ की टीम के द्वारा 2 आभूषण तस्कर को भी 18 किलो चांदी के साथ गिरफ्तार किया गया था. लगातार पुलिस जांच अभियान चलाती नजर आ रही है और कई संदिग्ध को भी अभी तक पटना जंक्शन पर पकड़ा जा चुका है. इसके साथ ही शराब तस्करों पर भी नकेल कसी जा रही है.
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दरभंगा जक्शन पर ब्लास्ट के बाद पुलिस एक्टिव
दरअसल, 17 जून को दरभंगा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर कपड़े के एक पार्सल के बंडल में विस्फोट हुआ था. यह पार्सल सिकंदराबाद-दरभंगा स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन से दरभंगा के किसी मो. सूफियान नामक व्यक्ति के लिए बुक किया गया था. कुलियों ने इसे प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर आई ट्रेन से उतारकर प्लेटफार्म नंबर 1 पर लाकर जैसे ही पटका, उसमें विस्फोट हुआ था.
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धमाका होते ही अफरा-तफरी मच गई थी. पार्सल पर लिखा नाम, पता और मोबाइल नंबर छानबीन में फर्जी निकला था. बाद में इस घटना की जांच जीआरपी, बिहार एटीएस, तेलंगाना एटीएस और यूपी एटीएस ने शुरू की. गुरुवार को इस मामले की जांच की जिम्मेवारी एनआईए को सौंप दी गई. एनआईए ने लखनऊ में इसको लेकर एफआईआर दर्ज की और जांच के लिए शुक्रवार को दरभंगा पहुंची.