नालंदा:भाजपा नेता सह पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अपना दिमागी संतुलन खो बैठे हैं और लगातार अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं. साथ ही उन्होंने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर भी हमला करते हुए कहा कि नीतीश को अपने घर बुलाएं और पूरे परिवार के साथ बैठकर सैक्स एजुकेशन लें.
'नीतीश का दिमागी संतुलन ठीक नहीं'- RCP सिंह:आरसीपी सिंह ने कहा कि सदन में ऐसा बयान उचित नहीं है. नीतीश कुमार का ऐसा बयान दर्शाता है कि वे अब शारीरिक और मानसिक रूप से उचित नहीं है. उनकी मानसिक रुग्णता का ये परिचायक है. मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति क्या प्रदेश की सेवा कर पाएगा? ये बात स्पष्ट हो चुकी है कि नीतीश मानसिक रूप से अपना संतुलन खो बैठे हैं.
"नीतीश को अब सही गलत, अश्लील और मर्यादित भाषा की पहचान नहीं रह गई है. बिहारी अस्मिता की बात करने वाले मुख्यमंत्री को क्या हो गया है? उनका मेमोरी लॉस हो गया है. नीतीश के विधानसभा में दिए अमर्यादित बयान के दौरान जो लोग मुस्कुरा रहे थे उन्हें लोकतंत्र में विश्वास नहीं है."- आरसीपी सिंह, भाजपा नेता सह पूर्व केंद्रीय मंत्री
तेजस्वी यादव को आरसीपी सिंह ने दी नसीहत:आरसीपी सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में मर्यादा का ख्याल रखना जरूरी है. वहीं, तेजस्वी के द्वारा मुख्यमंत्री के बयान के समर्थन देने पर आरसीपी ने कहा कि अगर तेजस्वी जी को लगता है कि उन्होंने बढ़िया बयान दिया है तो मुख्यमंत्री जी को घर पर बुलाएं. अपने माता-पिता और पूरे परिवार के समक्ष उनसे इस प्रकार के जितने भी प्रकार के सेक्स एजुकेशन के बातें हैं, उसकी जानकारी लें.
तेजस्वी ने किया नीतीश के बयान का समर्थन: नालंदा के अस्थावां प्रखंड स्थित मुस्तफापुर गांव में पूर्व केंद्रीय मंत्री सह भाजपा नेता आरसीपी सिंह ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया और नीतीश कुमार के विधानसभा में दिए बयान को लेकर जमकर निशाना साधा. साथ ही तेजस्वी यादव द्वारा बयान का समर्थन करने पर निशाना भी साधा. दरअसल तेजस्वी यादव ने नीतीश के समर्थन में कहा कि वे सेक्स एजुकेशन पर बोल रहे थे, जिसकी स्कूलों में भी पढ़ाई होती है.
जातीय गणना पर आरसीपी सिंह का बयान: वहीं जातीय जनगणना को लेकर आर्थिक रिपोर्ट जो पेश की गई है, उस पर आरपीसी ने कहा कि बिहार पहले एक बिहार के रूप में जाना जाता था. नीतीश कुमार ने 215 टुकड़ों में बिहार को बांट दिया. नीतीश कुमार के मुंह से यह बातें सुनने में अच्छी नहीं लगती हैं कि ईबीसी की आबादी, ओबीसी की आबादी, सामान्य वर्ग की आबादी इतनी है. नीतीश कुमार पहले जमात की बात करते थे, देश की बात करते थे और आज आप पूरे बिहार का विभाजन कर चुके हैं.