नालंदा: अक्सर अपने अनूठे फैसले के लिए माने जाने वाले जज मानवेन्द्र मिश्रा (Judge Manvendra Mishra) ने एक बार फिर मिसाल पेश की है. उनकी कोर्ट में पीड़ित परिवार को महज दो दिन में ही न्याय मिल गया. दरअसल, बिहार के नालंदा में किशोर न्याय परिषद के जज मानवेंद्र मिश्र (Nalanda Juvenile Court Judgment) ने अप्राकृतिक यौनाचार के मामले में एक किशोर को महज 2 दिन में सजा (3 years imprisonment in 2 days Hearing ) सुनाकर समाज को एक संदेश देने का काम किया है. मामला नालंदा थाना क्षेत्र का है जहां 8 अक्टूबर को एक मासूम के साथ गांव के किशोर ने अप्राकृतिक यौनाचार किया था. इस मामले में दो दिन में किशोर न्यायलय ने मामले में 3 साल की सजा सुनाई है.
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किशोर न्याय परिषद की सदस्य उषा कुमारी ने बताया कि नालंदा थाना इलाके के एक गांव में पिछले 8 अक्टूबर को एक 14 वर्षीय किशोर ने 4 साल की मासूम को इमली और चॉकलेट देने के बहाने घर में बुलाकर अप्राकृतिक यौनाचार किया. मामला दर्ज होने के बाद 25 नवंबर को पुलिस ने अंतिम चार्जशीट दाखिल की थी. जज मानवेंद्र मिश्र ने 5 गवाहों की गवाही के बाद 2 दिनों में ही किशोर को 3 साल की सजा सुनाकर इंसाफ किया है.