नालंदा: जिले में बिहारशरीफ के रामचंद्रपुर बस स्टैंड में शहरी आश्रय विहीन व्यक्तियों के लिए आश्रय स्थल का निर्माण कराया गया था. लेकिन विभागीय उदासीनता और लापरवाही के कारण आज यहां ताला लटका है.
कई महीनों से लटका है ताला
दीनदयाल अंत्योदय योजना और राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन योजना के अंतर्गत यह बनाया गया था. यह आश्रय स्थल अपने उद्देश्यों को पूरा करता नहीं दिख रहा है. पिछले कई महीनों से इस आश्रय स्थल में ताला लटके रहने से लोग मजबूरन इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं.
रैन बसेरा में लटका है ताला लाखों रुपये खर्च कर हुआ था भवन निर्माण
यहां 25 बेड प्रतिदिन देने की बात कही गई थी. इसके अलावा 35 रुपये में प्रति व्यक्ति के लिए शाकाहारी भोजन की व्यवस्था की गई थी. लेकिन आज तक यह योजना धरातल पर नहीं उतर सकी है. लाखों रुपये खर्च कर यहां भवन निर्माण कराया गया था.
नई कमिटी का गठन
यहां फिलहाल 31 बेड, 16 तोशक के अलावा अन्य सामग्री उपलब्ध है. लेकिन ताला बंद रहने के कारण इसका उपयोग नही हो पा रहा है. नगर आयुक्त का कहना है कि पुरानी कमिटी सही से काम नहीं कर पा रही थी. इस वजह से नई कमिटी बना दी गई है. सही व्यवस्था के लिए जल्द काम शुरू हो जाएगा.