नालंदाः बिहार शरीफ के एक मात्र पशुपालन विभाग की हालात दयनीय है. बड़े भू-भाग में फैले इस विभाग का भवन जर्जर हो चुका है. यहां इलाज के लिए आने वाले जानवरों का इलाज भी अब सही ढंग से नहीं होता. पानी की किल्लत होने के कारण कर्मियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
दरअसल, बिहारशरीफ का पशुपालन विभाग खुद इलाज के लिए तरस रहा है. मरम्मत के अभाव में विभाग का भवन जीर्ण शीर्ण अवस्था में पहुंच चुका है. हालांकि यहां जानवरों के इलाज के लिए डॉक्टर और कर्मी मौजूद हैं. जिन्हें इस बात का डर बना रहता है कि जर्जर भवन के कारण कोई बड़ा हादसा ना हो जाए. यहां रोजाना दर्जनों जानवरों का इलाज होता है. दूर दराज से लोग यहां अपने गाय, भैंस, बकरी, खरगोश, कुत्ता और कई अन्य जानवरों को लेकर इलाज के लिए आते हैं. जिनका समुचित इलाज नहीं हो पाता.