मुजफ्फरपुर: कोरोना संक्रमण के बीच उमस भरी गर्मी से मुजफ्फरपुर और उससे लगे जिलों में एक बार फिर चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों की संख्या बढ़ने लगी है. कुछ दिनों से चमकी बुखार से पीड़ित कई संदिग्धबच्चों को गंभीर हालत में एकेएमसीएच मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है.
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ढाई साल का बच्चा एईएस पीड़ित
जानकारी के अनुसार अभी चमकी बुखार से पीड़ित पांच संदिग्ध बच्चे एसकेएमसीएच भर्ती हैं. जिसमें से एक ढाई वर्षीय बच्चे में एईएस (Acute Encephalitis Syndrome) की पुष्टि हुई है. ढाई वर्षीय अरगान मुजफ्फरपुर के पारू का रहने वाला है. वहीं चमकी के संदिग्ध लक्षणों के आधार पर भर्ती बच्चों का भी इलाज जारी है.
एसकेएमसीएच में बच्चे भर्ती 'पिछले 3 दिनों में 3 बच्चों में एईएस की पुष्टि हुई है. दो बच्चे और भर्ती हुए हैं, जो सस्पेक्टेड हैं. इनके इलाज के लिए समुचित व्यवस्था की गई है. जिसमें से एईएस पुष्टि होने वाले दो बच्चों की स्थिति ठीक है. वहीं एक बच्चे की हालत नाजुक है.'- डॉ गोपाल शंकर साहनी, उपाधीक्षक, एसकेएमसीएच
डॉ गोपाल शंकर साहनी, उपाधीक्षक, एसकेएमसीएच गौरतलब है की इस वर्ष अभी तक 20 बच्चों में एईएस की पुष्टि हो चुकी है, जिसमें से 3 बच्चों की इलाज के दौरान मौत भी हो चुकी है.
बीमारी का कारण अबतक पता नहीं
मुजफ्फरपुर जिला एईएस के लिए कुख्यात है. हर साल साल बच्चों पर इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम बीमारी कहर बनकर टूटती है. जिसकी वजह से कई बच्चों की मौत हो जाती हैं. एईएस बीमारी का अब तक कोई मूल कारण नहीं खोजा गया है.
एईएस का कहर
मुजफ्फरपुर जिले में साल 2020 में एईएस बीमारी से निपटने में कुछ हद तक सफलता हासिल हुई थी. 2020 में एईएस बीमारी से ग्रस्त कुल 16 मरीज सामने आए थे. जिनमें तीन बच्चों की मौत हो गई थी. साल 2019 में कुल 610 मरीज मिले थे, जिनमें 167 बच्चों की मौत हो गई थी.