मुजफ्फरपुर: चमकी बुखार से मौत के सिलसिले ने चिंता बढ़ा दी है. ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन मुजफ्फरपुर पहुंचे हैं. यहां उन्होंने एसकेएमसीएच के वार्डों का जायजा लिया. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ने पीड़ित बच्चों के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान उनके साथ बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे भी मौजूद हैं. अब थोड़ी ही देर में स्वास्थ्य मंत्री अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक करने वाले हैं.
पटना एयरपोर्ट से वह सुबह सीधे मुजफ्फरपुर के लिए रवाना हो गए. मुजफ्फरपुर पहुंच कर उन्होंने मासूमों की मौत के हालात से निबटने के लिए किए जा रहे उपायों की जानकारी ली. स्वास्थ्यमंत्री यहां अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी करने वाले हैं. इस दौरान उनके साथ प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे भी मौजूद हैं.
बता दें शनिवार की सुबह से देर रात तक 18 और बच्चों की मौत हो गई. जिसमें 14 की मौत एसकेएमसीएच और चार की मौत कांटी पीएचसी में हुई. ऐसे में अब तक चमकी बुखार से मरने वालों का आंकड़ा 101 पहुंच गया है.
एयरपोर्ट से बाहर आते केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अब तक आ चुके हैं 297 मामले
इसके अलावा एसकेएमसीएच और केजरीवाल अस्पताल में देर रात तक 54 नये मरीज भर्ती हुए हैं. जिनमें एसकेएमसीएच में 34 और केजरीवाल में 20 नये बच्चे भर्ती कराये गये हैं. अब तक चमकी बुखार के 297 मामले सामने आ चुके हैं. इनमे 101 बच्चों ने दम तोड़ दिया हैं. हालांकि विभागीय रिपोर्ट के अनुसार अभी 220 मामले ही सामने आए हैं. जिनमें 62 बच्चो की मौत हुई है.
मंगल पांडे भी कर चुके हैं दौरा
बता दें कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे शुक्रवार को चमकी बुखार के पीड़ितों को देखने मुजफ्फरपुर पहुंचे थे. यहां उन्होंने वार्डों का जायजा लिया. साथ ही डॉक्टरों को कई दिशा निर्देश दिए. इस दौरान मंत्री मंगल पांडे ने मरीजों के परिजनों से मुलाकात की.
रामचंद्र पूर्वे ने भी किया था दौरा
राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने शनिवार को अपनी कमेटी के साथ जायजा लिया. इस दौरान रामचंद्र पूर्वे ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हर वर्ष दर्जनों बच्चे जान गवां रहे हैं. लेकिन सरकार कुंभकरनी नींद में सोई हुई है. यहां कोई बड़े लोगों के बच्चे नहीं है, जो भी बीमार हैं या मर रहे हैं. सभी बच्चे गरीब घर से हैं.