मुंगेरःबिहार के मुंगेर डीएम नवीन कुमार (Munger DM Naveen Kumar) की पहल पर अब कचरा चुनने वाला बच्चा भी स्कूल जाएगा. बच्चों के बीच डीएम ने बच्चों के बीच पाठ्य सामग्री, स्कूल बैग व गर्म कपड़े बांटा. इस दौरान अपने चेंबर में सभी को बैठाकर पढ़ाया. मौके पर महादलित बस्ती के 14 बच्चों ने डीएम से पढाई की. बच्चों ने कहा कि वह अब रोज स्कूल जाएगा.
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डीएम बनने की तमन्नाःडीएम ने सभी बच्चों को अक्षर की पहचान कराई. डीएम बच्चों से पूछा कि आप सभी पढ़ लिखकर क्या बनेंगे? तो किसी ने डीएम बन कर इसी तरह ऑफिस में कुर्सी पर बैठने तो किसी ने वकील, डॉक्टर व पुलिस बनने की बात कही. डीएम ने अपने चेंबर में सभी बच्चों को बैठाकर पढ़ाया और इस दौरान सभी बच्चों को पाठ्य सामग्री, स्कूल बैग, गर्म कपड़े के अलावे स्वेटर भी दिया.
बच्चा को कचरा चुनते डीएम ने देखा थाःबता दें कि 13 दिसंबर को मुंगेर महोत्सव 2022 (Munger Mahotsav 2022) के दौरान डीएम पौधरोपण करने गए थे. इस दौरान डीएम ने एक नाबालिक बच्चा को कचरा चुनते देखा था. जिसके बाद डीएम ने उस बच्चे को अपने वाहन में बिठा कर कलेक्ट्रेट ऑफिस लाया. इसके बाद बाल कल्याण पदाधिकारी और जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश देते हुए तुरंत उसका सरकारी स्कूल में नाम लिखवाया गया. जो अब रोजाना स्कूल जाकर पढ़ाई कर रहा है.
अन्य बच्चों ने भी पढ़ने की इच्छा जताईः महादलित परिवार के लोग जो अपना जीवन यापन मजदूरी कर करते हैं. वह भी अपने बच्चों को कचरा चुनने के बजाए स्कूल भेजने की इच्छा जताने लगे. इतना ही नहीं इन लोगों ने डीएम से गुहार लगाई की कि हम भी अपने बच्चों को बढ़ाना चाहते हैं. जिसके बाद डीएम के द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी अश्विनी कुमार को निर्देश देकर सभी बच्चों का विद्यार्थी जैसा वेशभूषा दिया गया.
"डीईओ ने सभी बच्चों को लाया है. जिस पर शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि किला परिसर स्थित इंडोर स्टेडियम के दो कमरे में बच्चे पढ़ेंगे. ताकि बच्चों को आने-जाने में परेशानी नहीं हो."-नवीन कुमार, डीएम, मुंगेर