मुंगेर: जिले के सभी कार्यपालक सहायक अपने 8 सूत्री मांगों को लेकर सोमवार से विभागों में अपने-अपने कार्य ठप कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए. इससे सरकारी कार्यालयों में ऑनलाइन कार्य की रफ्तार धीमी पड़ गई.
कार्यपालक सहायक गए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, कहा- परीक्षा पास कर निजी कंपनी के डाटा ऑपरेटर बनने नहीं आए थे
जिले के सभी कार्यपालक सहायक अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. उन्होंने इस मौके पर कहा कि वे बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन द्वारा परीक्षा देकर चयनित हुए थे. अब सरकार उन्हें निजी कंपनियों के डाटा ऑपरेटर बनाना चाहती हैं.
कार्यपालकों का अनिश्चितकालीन हड़ताल
बिहार राज्य कार्यपालक सेवा संघ के आह्वान पर मुंगेर जिले के बेसा इकाई के सभी विभागों के कार्यपालक सहायक सोमवार से काम बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए. वहीं, कार्यपालकों ने जिला परिषद परिसर में सरकार के नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस मौके पर कार्यपालकों ने कहा कि सरकार ने उन्हें बेरोजगारी के दरवाजे पर लाकर छोड़ दिया है. उन्होंने कहा कि जब तक उनकी 8 सूत्री मांगों को नहीं माना जाता तब तक वे काम पर नहीं लौटेंगे.
जब तक मांगों को नहीं माना जाएगा तब तक हड़ताल रहेगा जारी
बिहार राज्य कार्यपालक सेवा के मुंगेर जिला सचिव नीतीश कुमार ने कहा कि हम लोग बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन द्वारा परीक्षा देकर चयनित हुए थे. अब सरकार निजी एजेंसी के डाटा ऑपरेटर बनवाने पर तुली हुई है. यह हम लोगों को मंजूर नहीं. हम लोगों की मांगे जब तक नहीं मानी जाती तब तक हम लोग काम बंद कर हड़ताल पर रहेंगे.
'सरकार एक सोची समझी साजिश के तहत हम लोगों के मांग को कुचलने का प्रयास कर रही है. यह हम लोग किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे. हम लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. अगर इससे बात नहीं बनी तो हम लोग उग्र आंदोलन भी करने को बाध्य होंगे'.- नीतीश कुमार, मुंगरे जिला इकाई सचिव, बिहार राज्य कार्यपालक सेवा