मधेपुरा:जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसदपप्पू यादव (Jap Supremo Pappu Yadav) को 32 साल पुराने किडनैपिंग केस के मामले में मधेपुरा कोर्ट में आज सुनवाई होगी. इस मामले में आज यानी शुक्रवार को पप्पू यादव को बेल मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.
इसे भी पढ़ें:पप्पू यादव की रिहाई के लिए भूख हड़ताल, जाप नेताओं ने उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
जाप अध्यक्ष और मधेपुरा के पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव कड़ी सुरक्षा के बीच डीएमसीएच से मधेपुरा कोर्ट के लिए रवाना हुए. उनके साथ डीएमसीएच और मधेपुरा की मेडिकल टीम भी चल रही थी. पप्पू यादव की कोर्ट में पेशी होनी है. इस मामले में वे पिछले करीब 4 महीने से न्यायिक हिरासत में डीएमसीएच के मेडिसिन आईसीयू में इलाजरत हैं. उनके समर्थकों ने उम्मीद जताई कि मधेपुरा कोर्ट से आज पप्पू यादव को जमानत मिल जाएगी. जिसके बाद वे रिहा होकर जनता के बीच जाएंगे.
ये भी पढ़ें:जेल से जल्द बाहर आ सकते हैं जाप सुप्रीमो पप्पू यादव
मधेपुरा रवाना होने के दौरान एंबुलेंस में पप्पू यादव ने मीडिया के सवाल पर बेहद संक्षिप्त जवाब दिया. पप्पू यादव ने कहा कि उन्हें अदालत और जनता पर पूरा भरोसा है. उन्होंने कहा कि जनता के भरोसे पर उन्हें न्याय जरूर मिलेगा. वहीं, जन अधिकार पार्टी युवा के जिलाध्यक्ष विश्वम्भर यादव ने कहा कि पप्पू यादव को राजनीतिक साजिश के तहत जेल में बंद रखा गया है. उन्होंने कहा कि पिछले कई महीनों से पप्पू यादव एक छोटे से कमरे में बंद हैं और वे जनता के बीच जाने के लिए तड़प रहे हैं.
विश्वम्भर यादव ने कहा कि बिहार में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की पप्पू यादव पोल खोल रहे थे. इसलिए सरकार ने घबराकर उन्हें जेल में बंद कर दिया. उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि आज पप्पू यादव को मधेपुरा कोर्ट से जमानत मिल जाएगी और वे रिहा होकर जनता के बीच आ जाएंगे.
वहीं, जाप के पूर्व जिलाध्यक्ष मुन्ना खान ने कहा कि पप्पू यादव गरीबों, लाचारों और पीड़ितों की सेवा करने वाले राजनेता हैं. वे हमेशा समाज सेवा में लगे रहते हैं. जब सरकार की व्यवस्था और अत्याचार के खिलाफ पप्पू यादव ने आवाज उठाई, तो उन्हें जेल में बंद कर दिया गया. उन्होंने कहा कि आज पप्पू यादव मधेपुरा कोर्ट में पेश होने जा रहे हैं और उम्मीद है कि पप्पू यादव को आज कोर्ट से जमानत मिल जाएगी.
बता दें कि पप्पू यादव को 32 साल पुराने अपहरण के एक मामले में मधेपुरा कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में सुपौल के वीरपुर जेल भेजा था. वहां पप्पू यादव की तबीयत बिगड़ने के बाद डॉक्टरों की टीम ने उन्हें इलाज के लिए दरभंगा के डीएमसीएच रेफर कर दिया था. तब से करीब 4 महीने से पप्पू यादव डीएमसीएच में इलाजरत हैं.
पप्पू यादव 1989 में रामकुमार यादव और उमाकांत यादव एक साथ रहते थे. गुट के ही एक युवक ने एक लड़की से शादी कर ली थी. इस कारण पप्पू यादव का रामकुमार यादव और उमाकांत यादव से मतभेद हो गया था. इसके बाद 29 जनवरी 1989 को रामकुमार यादव के चचेरे भाई शैलेन्द्र यादव ने मुरलीगंज थाना में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया था कि पप्पू यादव ने दिनदहाड़े रामकुमार यादव और उमाकांत यादव को जान से मारने की नीयत से अपहरण कर लिया. इसी मामले को लेकर पुलिस ने इतने दिनों बाद उन्हें गिरफ्तार किया था.
बता दें पप्पू यादव को गिरफ्तार किए जाने के बाद उनके समर्थक और कार्यकर्ता उन्हें रिहा करने के लिए लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. हजारों कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी भी दी. जगह-जगह लगातार पुतले फूंके जाते रहे हैं. भूख हड़ताल और धरना प्रदर्शन उनके कार्यकर्ता लगाता कर रहे हैं. हालांकि आज की यह खबर जाप कार्यकर्ताओं के लिए राहत भरी है.