मधेपुरा: जिले के आलमनगर प्रखंड स्तिथ राजकीयकृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खापुर ने सरकार के दावों की पोल खोल कर रख दी है. यहां 1600 छात्रों का भविष्य मात्र 2 विषयों के शिक्षकों के भरोसे है.
धूल फांक रहे प्रयोगशाला में रखे उपकरण विद्यालय में नहीं होती विज्ञान की पढ़ाई
इस विद्यालय में पिछले कई सालों से विज्ञान का एक भी शिक्षक नहीं है. इस वजह से यहां के बच्चों के लिए विज्ञान की बारीकियों को समझना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है. विद्यालय में प्रयोगशाला के लिए सरकार की तरफ से सभी उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं, लेकिन वे भी शिक्षक और रखरखाव के अभाव में धूल फांक रहे हैं.
बाहर जाकर पढ़ते हैं छात्र
प्रभारी प्रधानाध्यापक श्रीनिवास वर्मा ने बताया कि इस विद्यालय में 1600 छात्रों का नामांकन किया गया है. लेकिन, शिक्षकों की कमी की वजह से बच्चे अन्य जिलों में जाकर तैयारी कर रहे हैं. हालांकि, यहां का परिणाम अच्छा रहता है. कई बार शिक्षा विभाग को शिक्षकों की कमी के बारे में अवगत कराया जा चुका है. इस विद्यालय में विज्ञान, हिंदी और संस्कृत के शिक्षक नहीं है. यहां सिर्फ अंग्रेजी और इतिहास के शिक्षक मौजूद हैं.
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