किशनगंज: मोस्ट वांटेड अंतरजिला गिरोह के अपराधी शम्स जफर मंगलवार को किशनगंज न्यायालय में आत्मसमर्पण किया. मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में आत्मसमर्पण करने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में किशनगंज जेल भेज दिया गया. हालांकि पुलिस अपराधी को रिमांड पर लेने के लिए कागजी प्रक्रिया में जुट गई है.
कुख्यात अपराधी ने किशनगंज न्यायालय में किया सरेंडर, मोस्ट वांटेड अंतरजिला गिरोह से था जुड़ा
बहादुरगंज थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह ने बताया कि अपराधी शम्स जफर के खिलाफ बीते 7 जनवरी को अररिया के मुर्गी व्यवसायी को गोली मारकर लूट की घटना को अंजाम दिया था. साथ ही और तीन लूट की घटना को अंजाम दिया था. जिसकी तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही थी.
मोस्ट वांटेड अपराधी ने किया आत्मसमर्पण
मोस्ट वांटेड पूíणया के अनगढ़ थाना क्षेत्र के पीपलटोला कुट्टी निवासी शम्स जफर के खिलाफ किशनगंज, अररिया समेत अन्य जिलों और बंगाल में एक दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. वहीं, किशनगंज में भी बहादुरगंज थाना क्षेत्र में गोली मारकर मुर्गा व्यापारियों से लगातार लूट की तीन घटना को अंजाम दे चुका था. साथ ही पोठिया, किशनगंज टाउन, पहाड़कट्टा और दिघलबैंक समेत अन्य थाने में लूट की कई घटनाओं को वह अंजाम दे चुका है.
कई लूट की घटनाओं को दे चुका है अंजाम
बहादुरगंज थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह ने बताया कि अपराधी शम्स जफर के खिलाफ बीते सात जनवरी को अररिया के मुर्गी व्यवसायी को गोली मारकर लूट की घटना को अंजाम दिया था. साथ ही और तीन लूट की घटना को अंजाम दिया था. जिसकी तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही थी. बीते 17 मई को अपराधी के घर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी किशनगंज के निर्देश पर पुलिस की ओर से इश्तेहार भी चिपकाया गया था. जिसके बाद आखिरकार उसने मंगलवार को कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया.