किशनगंज: इस वक्त पूरा विश्व कोरोना की भयंकर महामारी से जूझ रहा है. बिहार की बात करें तो राज्य में कोरोना पीड़ितों का आंकड़ा नौ सौ के पार जा चुका है. कई जिले रेड जोन घोषित हो चुके हैं. वहीं किशनगंज में संक्रमित मरीजों बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन सजग हो गया है.
घुमक्कड़ों से परेशान पुलिस
जिले में लॉकडाउन के बावजूद कुछ लापरवाह लोग सड़कों पर घूमने से बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसे लोगों पर प्रशासन अब सख्ती बरतने लगा है. शहर के 37 स्थानों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारी के साथ बल की भी तैनाती कर दी गई है और शहर की गलियों में बैरिकेडिंग का काम शुरू हो गया है. बेवजह तफरी पर निकलने वालों से पुलिस भी सख्ती से निपट रही है.
अन्य राज्यों से आते प्रवासी मोहल्ला किया गया सील
कोरोना पॉजिटिव मरीज निकलने के बाद से 3 किलोमीटर के एरिया को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है. सुरक्षा के मद्देनजर शहर में 107 चिन्हित स्थानों पर बैरिकेडिंग की गई है और 30 ड्रॉप गेट बनाए गए हैं. सात गश्ती दल (दण्डाधिकारी व पुलिस बल) की प्रतिनियुक्ति की गई है. प्रत्येक मुहल्ले की मुख्य सड़क को जोड़ने वाली गली को सील कर दिया गया है.
सख्त हुआ प्रशासन
आपको बता दें कि किशनगंज में कुल 9 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जिसमें से एक पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल का रहने वाला है. इसके बाद से प्रशासन ज्यादा मुस्तैद हो गया है और लोगों से सख्ती से निपट रहा है. किशनगंज में प्रवासी मजदूरों का आना जारी है. अभी तक तीन श्रमिक ट्रेन अलग-अलग राज्यों से मजदूरों को लेकर किशनगंज पहुंची चुकी हैं. इसके कारण जिलाधिकारी ने किशनगंज के सभी प्रखंडों में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया है.