खगड़ियाःजिले के चौथम प्रखंड के वॉर्ड नम्बर 12 में सात निश्चय योजना के तहत बने पानी टंकी की स्थिति बद से बदतर है. इसमें सब से बड़ी बात यह है कि सात निश्चय योजना की शुरूआत मुख्यमंत्री द्वारा खुद पूरे खगड़िया में की गई थी. इसके तहत बने इस 2 हजार की पानी टंकी से करीब 150 घर पानी जाता है. जिसमें ज्यादातर परिवार बीपीएल वाले हैं. नल से निकलने वाला पानी बहुत ही गंदा है. जो किसी भी सूरत में पीने लायक नहीं है.
खगड़ियाः पानी टंकी से निकलता है गंदा पानी, पीने के अलावा दूसरे कामों में होता है उपयोग
2 साल पहले खगड़िया आए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने हाथों से जिस जल मीनार का उद्घाटन किया था, आज उसका पानी पीने लायक नहीं रह गया है.
क्यों है ऐसा हाल?
पानी टंकी जब से बना है तब से इसकी सफाई सिर्फ एक बार हुई है. पंचायत प्रमुख कहते हैं कि 16 लाख रुपए की लागत से बनी पानी टंकी के लिए एक ऑपरेटर को रखवाया गया था जो टंकी के लिए समय से मोटर चलाता. इसकी देखभाल के लिए उसकी आमदनी के लिए सरकार ने तय किया था कि बीपीएल परिवार वाले उसे 30 रुपया और एपीएल परिवार वाले 60 रुपया प्रति महीना देंगे. ऐसे में टंकी की देख रेख जरूर होती. लेकिन, किसी भी परिवार ने आज तक एक रुपया नहीं दिया. जिस वजह से इसकी यह दशा है.
पीने के अलावा दूसरे कामों में होता है इस्तेमाल
ग्रामीण कहते हैं कि पानी का पीने में इस्तेमाल नहीं किया जाता है. बाकी सभी कामों में इसका इस्तेमाल किया जाता है. जैसे कि जानवर धोना, कपड़े धोना, बर्तन धोना, बाथरूम साफ करना आदि. गौरतलब है कि इन सभी कामों में सात निश्चय योजना के तहत बने टंकी का इस्तेमाल होता है बस पीने के लिए नहीं होता है, जो यह इस योजना पर सवाल खड़े करता है.