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खगड़ियाः डॉक्टरों के हड़ताल से मरीज हलकान, 24 घंटे में बच्चे के शव का नहीं हो पाया पोस्टमार्टम

सिविल सर्जन दिनेश कुमार निर्मल का कहना है कि आये दिन अस्तपाल में डॉक्टरों के साथ यहां के लोग मारपीट करते रहते हैं, जिसकी वजह से डॉक्टरों ने इस बार हड़ताल कर सुरक्षा की मांग की है.

सदर अस्पताल

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Published : Aug 23, 2019, 7:20 PM IST

Updated : Aug 23, 2019, 10:23 PM IST

खगड़ियाः सदर अस्पताल में डॉक्टर और कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मरीज अस्पताल आते हैं, लेकिन हड़ताल की वजह से बिना इलाज के लौट जाते है.

सदर अस्पताल

मरीजों को लौटना पड़ रहा खाली हाथ
ऐसे में एक मामला बच्चे के शव के पोस्टमार्टम से जुड़ा हुआ आया. बच्चे के पिता कह रहे हैं कि गुरुवार रात 8 बजे से अस्पताल परिसर में मौजूद हैं, लेकिन हड़ताल की वजह से बच्चे का पोस्टमार्टम नहीं हो पा रहा है और अब तो बच्चे के शव से दुर्गंध भी आने लगी है.

अस्पताल

हड़ताल पर गए डॉक्टर और कर्मचारी
बताया जाता है कि इससे पहले एक व्यक्ति के शव का पोस्टमार्टम नहीं होने पर परिजन आक्रोशित हो गए थे और अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ कर दिया. इसी के विरोध में डॉक्टर और कर्मचारी हड़ताल पर चले गए. इससे अस्पताल की सारी सेवाएं बाधित हो गई हैं.

अस्पताल में हड़ताल के कारण नहीं हुआ बच्चे का पोस्टमार्टम

डॉक्टर कर रहे अपनी सुरक्षा की मांग
डॉक्टर को मारने और तोड़फोड़ करने के जुर्म में 5 लोगों को हिरासत में लिया गया है और उन पर केस भी दर्ज किया गया है. सिविल सर्जन दिनेश कुमार निर्मल का कहना है कि आये दिन अस्तपाल में डॉक्टरों के साथ यहां के लोग मरपीट करते रहते हैं, जिसकी वजह से डॉक्टरों ने इस बार हड़ताल कर सुरक्षा की मांग की है.

Last Updated : Aug 23, 2019, 10:23 PM IST

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