जहानाबाद:बिहार के जहानाबाद जिले केशांति नगर मोहल्ले (Shanti Nagar Mohalla) में थोड़ी सी बारिश(Little Rain) से लोगों के घरों में पानी घुस गया (Water Entered Houses) मोहल्ले में विकास (Development In Mohalla) के दावे खोखला साबित हो रहे हैं. नगर निगम (Municipal Corporation) के सारे दावे सिर्फ दिखावा हैं. बरसात आने से पहले ही नगर परिषद (City Council) के कार्यपालक पदाधिकारी (Executive Officer) द्वारा शहर में जलजमाव (Water Logging In City) नहीं होने का दावा किया जा रहा था. जलजमाव की दावे की बात तो छोड़िए, लोगों के घरों में पानी घुसा हुआ है.
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नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अपने कार्यालय में बैठकर आराम फरमा रहे हैं. शहर को सुंदर बनाने के लिए करोड़ों रुपया खर्च किया गया लेकिन थोड़ी सा बारिश से शहर के मोहल्ले में लोगों का जीना मुहाल हो गया. विकास के दावा करने वाले जनप्रतिनिधि एवं सरकारी पदाधिकारी के मिलीभगत से लगता है कि नगर परिषद की पैसे की लूट हुई है.
जब जिले की शहर की यह हालत है तो ग्रामीण क्षेत्रों की विकास की बात करना तो बेकार ही है. कई ग्रामीणों ने कहा कि नगर परिषद को हम लोग टैक्स देते हैं एवं वार्ड के चुनाव में जनप्रतिनिधि को अपने विकास के लिए चुनते हैं. जनप्रतिनिधि एवं पदाधिकारी दोनों मिलकर मोहल्ले की विकास की बात छोड़ अपने विकास में लग जाते हैं.