जहानाबादःशनिवार को निगरानी की टीम ने सिविल सर्जन कार्यालय में छापेमारी की. जहां, सिविल सर्जन के क्लर्क अनिल कुमार सिंह को 30 हजार रुपया घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया. गिरफ्तार क्लर्क ने डॉ. मो. इरफान रहमान से प्रभारी बनाने के बदले रिश्वत की मांग की. जिसकी शिकायत पर निगरानी टीम ने क्लर्क अनिल कुमार सिंह को घूस के पैसों के साथ अरेस्ट किया.
निगरानी टीम की छापेमारी में सिविल सर्जन का घूसखोर क्लर्क रंगे हाथों गिरफ्तार
घूसखोर क्लर्क अनिल कुमार सिंह ने डॉ. मो. इरफान रहमान से प्रभारी बनाने के बदले 30 हजार रुपये की मांग की थी. इसकी जानकारी डॉक्टर ने निगरानी विभाग को दिया. वहीं, पूछताछ में क्लर्क ने इसमें सिविल सर्जन की संलिप्ता बताई है. निगरानी विभाग इस पूरे मामले की जांच कर रही है.
गिरफ्तार क्लर्क अनिल कुमार सिंह से निगरानी की टीम पूछताछ कर रही है. जानकारी के मुताबिक पटना से पहुंची निगरानी की टीम को गुप्त सूचना मिली कि सिविल सर्जन कार्यालय में लिपिक अनिल कुमार सिंह ने डॉ. मो. इरफान रहमान से प्रभारी बनाने के लिए 30 हजार रुपये की मांग की. अधिकारियों ने दो बार जांच करने के उपरांत आज यह कार्रवाई की. कार्यालय में निगरानी की टीम ने अनिल कुमार सिंह को 30 हजार रुपया लेते रंगे हाथ अरेस्ट किया.
क्लर्क ने सिविल सर्जन पर लगाया आरोप
गिरफ्तार क्लर्क अनिल कुमार सिंह ने सिविल सर्जन पर मिलीभगत की बात कही है. बता दें कि सिविल सर्जन कार्यालय में पहले भी निगरानी की टीम ने सिविल सर्जन आदेश श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया था. वहीं, इस मामले में निगरानी डीएसपी अमलेंदु कुमार ने बताया कि डॉ. मो. इरफान रहमान के शिकायत पर छापेमारी की गई है. वहीं, पूछताछ में क्लर्क ने इसमें सिविल सर्जन की संलिप्ता बताई है. निगरानी विभाग इस पूरे मामले की जांच कर रही है.