गोपालगंज: कोरोना को हराने के लिए प्रदेश के सीएम नीतीश कुमार ने पूरे बिहार को 31 मार्च तक लॉक डाउन करने का निर्देश दिया है. इस आदेश का असर केवल आम जनता पर नहीं, बल्कि सूबे के देवस्थानों पर भी देखने को मिल रहा है. अमूनन श्रद्धालुओं से हमेशा भरा रहने वाला जिले के थावे भवानी मंदिर परिसर में सन्नाटा नजर आया. जिला प्रशासन के आदेश पर मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर अगले आदेश तक रोक लगा दी गई है. मंदिर परिसर और उसके आसपास की दुकानें पूरी तरह से वीरान नजर आई. मंदिर को बंद करने को लेकर मंदिर के मुख्य गेट पर एक सूचना भी जारी की गई है.
CORONA EFFECT: गोपालगंज में प्रसिद्ध थावे मंदिर को किया गया बंद
कोरोना वायरस की चेन को तोड़ने के लिए गोपालगंज के थावे मंदिर को अगले 31 मार्च तक बंद कर दिया गया. इसको लेकर मंदिर प्रशासन ने मुख्य गेट पर एक सूचना भी लगाया है.
'जिला प्रशासन के आदेश पर किया गया बंद'
इस बाबत मंदिर के मुख्य पुजारी सुरेश पांडेय ने बताया कि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिला प्रशासन के आदेश पर मंदिर प्रशासन ने थावे मंदिर को अगले 31 मार्च तक बंद कर दिया है. उन्होंने बताया कि इस मंदिर में हजारों की संख्या में रोज मां अंबे के भक्त दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. कोरोना वायरस भीड़भाड़ वाले स्थान पर ज्यादा पनपता है. इस वजह से धार्मिक न्यास बोर्ड ने जिला प्रशासन के आदेश पर मंदिर को बंद रखा है. उन्होंने कहा कि इस दौरान मंदिर में केवल आम लोगों के प्रवेश पर रोक है. मंदिर के गर्भ गृह में मंदिर के पुजारी आंतरिक पूजा-पाठ करते रहेंगे.
कई राज्यों को किया गया लॉक डाउन
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए देश के कई राज्यों को लॉक डाउन कर दिया गया है. हालांकि, लॉक डाउन के दौरान इमरजेंसी सेवाएं जैसे दूध की दुकान, मेडिकल स्टोर, पेट्रोल पंप और किराना की दुकानों को लॉक डाउन से अलग रखा है. बता दें कि पटना के एम्स में कोरोना से 1 मरीज की मौत हो गई है. वहीं, अन्य 2 केस पॉजिटिव सामने आए हैं. इसके बाद बिहार सरकार में हड़कंप मच गया. सीएम नीतीश कुमार ने रविवार को बिहार को लॉक डाउन करने का फैसला लिया था.