गयाःजिले में गर्मी के प्रकोप से सैकड़ों लोगों की मौत हो गई. सरकार ने मृतकों को मुआवजा देने की घोषणा की. सरकार के मंत्रियों का अस्पताल में दौरा भी हुआ. सियासी गलियारे में मौत के सारे तामझाम में एक कार्यक्रम बच गया था, जो जिला जदयू व्यवसायिक प्रकोष्ठ ने पूरा कर दिया. व्यवसायिक प्रकोष्ठ ने रिक्शा चालकों के बीच गमछा और ठंडा पानी बांटकर उन्हें लू से बचने की सलाह दी.
गरीबों के बीच गमछा बांटते नेता गरीबों के बीच गमछा और ठंडा पानी वितरित
ठंडा में ठिठुरते गरीबी पर हंसते हुए नेताओं को कंबल बांटते आपने देखा होगा. दिसम्बर से जनवरी तक ये सिलसिला जारी रहता है. अब नए प्रचलन की शुरुआत जिला जदयू इकाई ने की है. लू से सैकड़ों लोगों की जान जाने के बाद भीषण गर्मी को देखते हुए जदयू के व्यावसायिक प्रकोष्ठ ने रिक्शा चालकों के बीच गमछा और ठंडा पानी वितरित करने का बीड़ा उठाया. जब सैकड़ों लोगों की जान चली गयी तब ये इंतजाम कर जदयू ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को जिंदा रखने का काम बखूबी किया.
शहर के व्यवसायियों ने भी की मदद
गया के जदयू व्यावसायिक प्रकोष्ठ के नेता ने बताया कि सूबे के मुखिया सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार संवेदनशील नेता हैं. लू से लोगों की मौत हुई तो उन्होंने तुरंत मुआवजे की घोषणा कर दी. उन्हीं के रास्तों पर चलकर जदयू के सिपाहियों ने रिक्शा चालकों के बीच गर्मी और लू से बचने के लिए गमछा बांटा है. साथ ही उनके लिए पीने के लिए ठंडे पानी भी का इंतजाम किया है. गमछा वितरण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए गया शहर के व्यवसायियों ने भी मदद की है.
कई जिलों में धारा 144 लागू
गमछा पाकर खुश एक रिक्शा चालक ने बताया कि मुझे बताया गया था कि शाम में गमछा बांटा जाएगा. यहां आने पर गमछा मिला है. अच्छा लग रहा है. गर्मी से कुछ राहत मिलेगी. मालूम हो कि बिहार में गर्मी और लू से अबतक लगभग 180 लोगों की मौत हो चुकी है. सूबे के कई जिलों में धारा 144 लगा दी गई है. लोगों से दिन के समय में बाहर ना निकलने की अपील की गई है.