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बदहाली के आंसू रो रहा है मगध मेडिकल कॉलज, पीने का पानी और शौचालय की भी कमी

मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक ने बताया कि अस्पताल के सभी वार्ड में पानी की व्यवस्था है. जगह-जगह पर वाटर कूलिंग की व्यवस्था की गई है. अभी तो पर्याप्त मात्रा में पानी तो नहीं है. पानी की टंकी की आवश्यकता है. कई बार इस संबंध में पत्र भी संबंधित विभाग को लिखा गया है.

पानी की कमी के चलते पानी की बोतल खरीदकर लौटता मरीज का परिजन

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Published : Apr 28, 2019, 6:07 PM IST

गया:मगध क्षेत्र का सबसे बड़ा अस्पताल अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में गर्मी के मौसम में मरीजों और उनके परिजनों का जीना मुहाल है. मरीज प्यासे तड़प रहें हैं तो वहीं उनके परिजन शौच के लिए भटक रहे हैं. ऐसे में अस्पताल अधीक्षक ने कहा है कि पानी के लिए व्यवस्था पर्याप्त है शौचालय बनाया जा रहा है.

पानी की किल्लत
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पेयजल का संकट गहराया है. मरीज के परिजन पानी और शौचालय के लिए भटकते हुए दिख जाते हैं. थोड़े पैसे वाले मरीज ब्रांडेड ठंडा पानी खरीद लेते हैं वहीं गरीब मरीज के परिजन होटल के पास पानी के लिए मिन्नत करते दिखते हैं. इतने बड़े अस्पताल में पानी की समस्या के साथ शौचालय के लिए भी परिजन परेशान दिखते हैं.

मरीजों की परेशानी
औरंगाबाद से आये मरीज के परिजन ने बताया बीती रात मेरे भतीजे के मुंह से खून आ गया था. हमलोगों ने सुबह में उसे मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती करवाया था. सुबह से पानी के लिए भटक रहे हैं एक जगह चापाकल है वहां भीड़ बहुत हैं. होटल से अनुरोध करके दो बॉटल पानी लिया है.

मगध मेडिकल कॉलेज

परिजनों को नहीं मिलता पानी
वहीं एक मरीज के परिजन ने बताया कि तीन दिन से मेरा बेटा भर्ती है. ऊपर के तल्ला में पानी की कोई व्यवस्था नहीं है. तीन दिन से बाहर से पानी खरीदकर पी रहे हैं. शौचालय तो वार्ड में है पर उसका रहना ना रहना एक बराबर है गन्दगी के वजह से कोई उसका उपयोग नहीं करता है.

अस्पताल अधीक्षक ने क्या कहा
जबकि मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक ने बताया कि अस्पताल के सभी वार्ड में पानी के व्यवस्था है. जगह-जगह पर वाटर कूलिंग की व्यवस्था की गई है. अभी तो पर्याप्त मात्रा में पानी तो नहीं है. पानी की टंकी की आवश्यकता है. कई बार इस संबंध में पत्र भी संबंधित विभाग को लिखा गया है. शौचालय भी हर वार्ड में है. मरीजों और परिजनों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नये शौचालय बनाये जा रहे है.

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