रक्सौल: लॉकडाउन के दौरान राजस्थान के कोटा में फंसे बिहार के हजारों बच्चों का दर्द किसी से छिपा नहीं है. ईटीवी भारत से ऐसे ही एक पिता ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है. साथ ही कहा है कि अगर बेटे को कुछ हुआ तो वो आत्महत्या कर लेंगे.
कोटा में फंसे छात्र किशन कुमार के पिता पूर्वी चंपारण के रक्सौल निवासी अनिल केजरीवाल ने ईटीवी भारत संवाददाता से बताया कि उन्होंने अपने बेटे की वापसी के लिए मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री से लेकर सांसद संजय जयसवाल सभी से संपर्क किया. लेकिन न कोई आश्वासन मिला न मदद.
'बिहार सरकार की होगी जवाबदेही'
अनिल केजरीवाल ने बताया कि, उन्होंने जिलाधिकारी से भी बात की, लेकिन जिला परिवहन पदाधिकारी से बात करने का हवाला देते हुए उन्होंने पास देने से मना कर दिया. अनित कहते है कि, यदि मेरे बच्चे को कुछ हो जाता है या वो डिप्रेशन का शिकार हो जाता है, तो उसकी पूरी जवाबदेही बिहार सरकार की होगी. मैं आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाऊंगा.
- अनिल के मुताबिक उनका बेटा कोटा के जिस इलाके में रहता है, वहां से कुछ ही दूरी पर कोरोना हॉट स्पॉट है.
- बेटा कोटा में मेडिकल की पढ़ाई करता है. पूर्वी चंपारण के रक्सौल निवासी हैं अनिल केजरीवाल.
- उनके बेटे के साथ-साथ जिले के कई छात्र कोटा में फंसे हुए हैं.
- इन्हीं छात्रों में रक्सौल बीआरसी में पदास्थापित मनोज कुमार का बेटा भी शामिल है.