मोतिहारी: बिहार सरकार के कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री प्रमोद कुमार अपने विधानसभा क्षेत्र मोतिहारी पहुंचे. बाढ़ पीड़ितों के लिए क्या जरूरी कदम उठाए गए हैं, इस सवाल का जवाब देने में वे विफल रहे. अपनी सफाई में मंत्री जी ये कहते नजर आए की यह आपदा की घड़ी हैं, इसमें सिर्फ सरकार के भरोसे नहीं रहा जा सकता.
बाढ़ राहत के सवाल पर नीतीश के मंत्री का जवाब- सिर्फ सरकारी मदद के भरोसे नहीं रह सकते लोग
ईटीवी भारत के सवालों का जबाब मंत्री प्रमोद कुमार नहीं दे पाए और गोल-मोल बातें करने लगे. आलम ये रहा कि मंत्री के पास बैठे लोगों ने उनके बदले जवाब देने की कोशिश की.
मंत्री का गोल-मोल जवाब
दरअसल मंत्री प्रमोद कुमार प्रशासनिक अमले के साथ सदर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के दौरे पर निकले थे. इसके बाद उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का एक आंकड़ा पेश किया. यह आंकड़ा जिला प्रशासन के आंकड़ों से काफी अलग है. इसी संबंध में ईटीवी भारत के सवालों का जबाब मंत्री प्रमोद कुमार नहीं दे पाए और गोल-मोल बातें करने लगे. आलम ये रहा कि मंत्री के पास बैठे लोगों ने उनके बदले जवाब देने की कोशिश की. लोगों ने कहा कि आपदा की स्थिति में सिर्फ सरकार नहीं बल्कि कई सामाजिक संस्थाएं भी राहत कार्य में लगी होती है. इस पर मंत्री जी ने कहा कि इस विकट परिस्थिति में लोग सिर्फ सरकारी मदद के भरोसे नहीं रह सकते.
सरकारी विफलता
बता दें कि पूर्वी चंपारण जिला में लगातार पांच दिनों तक हुई आफत की मॉनसूनी बारिश और नेपाल से आए पानी ने जिले के बारह प्रखंडों में बाढ़ का रुप ले लिया. सदर प्रखंड के भी कई पंचायत बाढ़ के पानी में घिर गए, लेकिन जिला प्रशासन ने सदर प्रखंड के सिर्फ एक पंचायत झिटकहिया को पूर्ण रुप से बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र माना और आठ पंचायत को आंशिक रुप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के रुप में चिन्हित किया.