मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिले में हुई आफत की बारिश के बाद आई बाढ़ से खेतों में लगी फसलें नष्ट हो गई. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के कुछ किसान अपने धान के बिचड़े को किसी तरह बचाने में सफल हो गए थे, जबकि अधिकांश किसानों की खेत में लगे बिचड़े बर्बाद हो गए. वैसे किसानों के लिए सरकार ने आकस्मिक फसल के बीज का वितरण शुरु किया है. बीज के लिए किसान कृषि विभाग का चक्कर लगा रहे हैं.
जुलाई के पहले सप्ताह में शुरु हुई मॉनसून की बारिश ने बाढ़ का रुप ले लिया. जिले के 11 प्रखंड बाढ़ की चपेट में आ गए. आम लोगों की जिंदगी अस्त-व्यस्त हो गई. किसानों के खेतों में लगे धान के बिचड़े बाढ़ के कारण बर्बाद हो गए. सरकारी सर्वेक्षण के बाद सरकार ने किसानों को आकस्मिक फसल के रुप में धान का बीज मुफ्त में देने की योजना शुरु की. लिहाजा, बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के किसान बीज को लेकर जिला कृषि कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन अधिकारियों से उनकी मुलाकात नहीं हो पा रही है और न ही उन्हें बीज मिल रहा है.