दरभंगा: अखिल भारतीय किसान समन्वय संघर्ष समिति के आह्वान पर क्षेत्रीय सर्वांगीण आर्थिक समझौता आरईसीपी के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. इसी क्रम में जिले के किसानों ने भी सोमवार को विरोध प्रदर्शन मार्च निकाला. बता दें कि दरभंगा समाहरणालय स्थित धरना स्थल से विरोध मार्च लहेरियासराय टावर चौक तक निकाला गया. जहां लहेरियासराय टावर चौक पर किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया.
दरभंगा: RECP समझौते के खिलाफ किसानों ने पीएम मोदी का फूंका पुतला
किसान महासभा के जिलाध्यक्ष राजीव चौधरी ने कहा कि आरईसीपी समझौते के बाद देश के 80 फीसदी किसान भूखमरी के शिकार हो जाएंगे. समझौते के बाद कृषि उत्पादन के सभी उद्योग चौपट हो जाएंगे. मोदी सरकार की नीति फिर से हिंदुस्तान को गुलाम बनाने की एक साजिश है.
'कृषि उत्पादन के सभी उद्योग हो जाएंगे चौपट'
वहीं, किसान महासभा के जिलाध्यक्ष राजीव चौधरी ने कहा कि दरभंगा के तमाम किसान संगठन प्रधानमंत्री की ओर से किए जा रहे किसान विरोधी समझौते के खिलाफ विरोध प्रकट कर रहे हैं. मौके पर उन्होंने बताया कि आज कृषि उत्पादन समान और कृषि जमीनों पर 34 फीसदी टैक्स का प्रावधान है. वहीं, समझौते के बाद टैक्स समाप्त होने से विदेशी पूंजीपतियों का भारतीय जमीनों को कौड़ियों के भाव खरीदने का रास्ता साफ हो जाएगा.
'समझौता रद्द नहीं होने पर होगा जन आंदोलन'
उन्होंने कहा कि आरईसीपी समझौते के बाद देश के 80 फीसदी किसान भूखमरी के शिकार हो जाएंगे. समझौते के बाद कृषि उत्पादन के सभी उद्योग चौपट हो जाएंगे. मोदी सरकार की नीति फिर से हिंदुस्तान को गुलाम बनाने की एक साजिश है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि आरईसीपी के विरोध में आज हमलोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन कर रहे हैं. अगर आरईसीपी समझौता रद्द नहीं होता है तो आगे जन आंदोलन भी किया जाएगा. जिसके लिए मोदी सरकार जिम्मेदार होगी.