दरभंगा: बिहार के जाने-माने इस्लामिक धर्मोपदेशक और समाज सुधारक मौलाना सैयद अबु असर कासमी के जीवन पर ऊर्दू में लिखी पुस्तक का विमोचन किया गया. पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री व कांग्रेस नेता डॉ. शकील अहमद और पूर्व एमएलसी डॉ. तनवीर हसन ने पुस्तक का विमोचन किया. यह पुस्तक ईटीवी भारत उर्दू के अररिया रिपोर्टर और युवा पत्रकार आरिफ इकबाल ने लिखी है. पुस्तक के लोकार्पण के मौके पर खुद मौलाना सैयद अबु असर कासमी भी मौजूद रहे.
शकील अहमद ने इस्लामिक धर्मोपदेशक के जीवन पर लिखी पुस्तक का किया विमोचन
पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री डॉ. शकील अहमद ने इस्लामिक धर्मोपदेशक अबु असर कासमी की जिंदगी पर लिखी पुस्तक का विमोचन किया. यह किताब ईटीवी भारत उर्दू के रिपोर्टर आरिफ इकबाल ने लिखी है.
पुस्तक का लोकार्पण
पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री डॉ. शकील अहमद ने कहा कि मौलाना कासमी न सिर्फ मिथिलांचल बल्कि पूरे बिहार में एक धर्मोपदेशक और समाज सुधारक के तौर पर जाने जाते हैं. उनकी जिंदगी सबके लिए प्रेरक है. उन्होंने किताब के लेखक पत्रकार आरिफ इकबाल को बधाई देते हुए कहा कि इस किताब के माध्यम से नई पीढ़ी मौलाना की जिंदगी के बारे में जानेगी. इसके साथ ही उनके बताये रास्ते पर चलेगी.
नई पीढ़ी को मिलेगी प्रेरणा
वहीं, किताब के लेखक पत्रकार आरिफ इकबाल ने कहा कि मौलाना सैयद अबु असर कासमी पिछले 50 साल से धार्मिक और समाजसेवा के काम में सक्रिय हैं. उनकी जिंदगी लोगों के लिए मिसाल है. उन्होंने बताया कि यह किताब 5 अध्याय में लिखी गई है और इसे पढ़कर नई पीढ़ी मौलाना की जिंदगी से प्रेरणा लेगी.