दरभंगा: जिले का क्षेत्रीय विकास प्राधिकार 'डीआरडीए' को साल 2007 में दरभंगा नगर निगम को दे दिया गया. नगर निगम ने डीआरडीए के कर्मियों को 12 साल तक अपना कर्मचारी नहीं माना. लेकिन अब नगर निगम ने इनकी सुध ली है. नगर निगम ने डीआरडीए के नगर निगम में विलय की प्रक्रिया शुरू की है.
नगर निगम के हो जाएंगे डीआरडीए कर्मचारी, DRDA की संपत्ति का शुरू हुआ आकलन
नगर आयुक्त घनश्याम मीणा ने बताया कि उन्होंने नगर निगम बोर्ड की बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया था. उसके बाद डीआरडीए की संपत्तियों का आकलन किया जा रहा है. साथ ही इसकी ऑडिट भी कराई जा रही है.
डीआरडीए की संपत्तियों का किया जा रहा आकलन
नगर आयुक्त घनश्याम मीणा ने बताया कि उन्होंने नगर निगम बोर्ड की बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया था. जिसके बाद डीआरडीए के संपत्तियों का आकलन किया जा रहा है. इसकी ऑडिट कराई जा रही है. इसका विलय नगर निगम में करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. डीआरडीए के कर्मियों को नगर निगम में शामिल करने को लेकर नगर विकास विभाग से मार्गदर्शन मांगा गया है. इसके अनुसार ही कार्रवाई की जाएगी.
नगर निगमकर्मियों की मांग
बता दें कि साल 2007 के बाद से डीआरडीए के करीब दर्जन भर कर्मी इसी हाल में सेवानिवृत्त हो चुके हैं. जबकि 5 कर्मी अब भी सेवा में हैं. इनकी मांग है कि इन्हें नगर निगम का कर्मी माना जाए.