दरभंगा: मिथिला की राजधानी कहे जाने वाले दरभंगा जिला का स्थापना दिवस एक जनवरी को मनाया जाता है. इसकी स्थापना 1 जनवरी 1875 ई को हुई थी. 1 जनवरी 2021 को जिले ने अपना 146वां वर्ष पूरा कर लिया. शुक्रवार को जिले में स्थापना दिवस सादगी से मनाया गया. इस स्थापना दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन ने बताया कि कोविड गाइडलाइन को ध्यान रखते हुए समारोह को सीमित रखा गया है.
दरभंगा: कोरोना के कारण सादगी से मनाया गया 146वां स्थापना दिवस
1 जनवरी 2021 को जिले ने अपना 146वां वर्ष पूरा कर लिया है. शुक्रवार को जिले में स्थापना दिवस सादगी से मनाया गया.
नए साल में दरभंगा जिला तेजी से करेगा विकास
वहीं जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन ने स्थापना दिवस के अवसर पर जिलावासियों को नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि दरभंगा का इतिहास पूरे विश्व में काफी प्रसिद्ध है. नए साल में दरभंगा और ज्यादा तरक्की करे, इसके लिए सरकार और जिला प्रशासन पूरी तरह से तत्पर है. उन्होंने कहा कि नए साल में जिले के विकास के कार्यों में तेजी आएगी. वहीं उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर स्थापना दिवस के अवसर पर केवल सरकारी संस्थाओं में सजावट की गई है.
1845 में ब्रिटिश सरकार ने दरभंगा शहर को बनाया था अनुमंडल
बता दें कि दरभंगा का नामकरण संस्कृत भाषा के शब्द 'द्वार बंग' या फारसी भाषा के 'दर-ए-बंग' यानी बंगाल का दरवाजा के नाम पर रखा गया है. दरभंगा शहर सोलहवीं सदी में दरभंगा राज की राजधानी थी और 1845 ईस्वी में ब्रिटिश सरकार ने दरभंगा शहर को अनुमंडल बनाया था.