पटनाः राजधानी के आईजीआईएमएस में कुव्यवस्थाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. यहां मरीजों को इन दिनों अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन कराने के लिए 1 महीने से डेढ़ महीने की प्रतीक्षा सूची का इंतजार करना पड़ रहा है. जिसके कारण बाहर से आने वाले मरीजों को निजी क्लीनिक जाना पड़ता है.
IGIMS में कुव्यवस्था का आलम, जांच के लिए मरीजों को करना पड़ता है महीनों इंतजार
मरीजों को 1 महीने से डेढ़ महीने की प्रतीक्षा सूची का इंतजार करना पड़ रहा है. जिसके कारण बाहर से आने वाले मरीजों को निजी क्लीनिक जाना पड़ता है.
बताया जाता है कि आईजीआईएमएस में हर दिन अमूमन 2 से 3 हजार नए मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं. जिसमें सर्जरी हड्डी प्रसूति और कैंसर गैस्ट्रोलॉजी यूरोलॉजी टीवी एंड चेस्ट न्यूरोलॉजी जैसे विभागों के 50 फ़ीसदी से अधिक मरीजों को अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन कराना पड़ता है.
मरीज और वेटिंग लिस्ट
हर दिन अल्ट्रासाउंड के लिए लगभग 100 मरीज पहुंचते हैं. वहीं, सीटी स्कैन के लिए 100 मरीज और एमआरआई के लिए 20 से 40. अल्ट्रासाउंड के लिए मरीजों को एक से डेढ़ महीने की प्रतीक्षा सूची थमा दी जाती हैं जबकि सीटी स्कैन के लिए 20 दिन और एम आर आई के लिए तीन-चार दिन वेट करना पड़ रहा है. ऐसे में मरीजों की दिक्कते और भी बढ़ जाती हैं.