बक्सर: केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे भले ही बयान बहादुर की तरह बयान देकर सुर्खियों में बने रहते हैं. लेकिन उनके संसदीय क्षेत्र के स्वास्थ्य महकमे की हालत बद से बदतर हालात में पहुंच गई है. स्थानीय लोगों की ओर से बार-बार सूचना देने के बाद भी यहां के स्वास्थ्य व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं दिखाई दे रहा है. ऐसे में मजबूरी में मरीजों को खाट पर लादकर अस्पताल ले जाया जाता है. वहीं, मरने के बाद डेथ बॉडी ले जाने के लिए घंटों एंबुलेंस का भी इंतजार करना पड़ता है.
केंद्रीय मंत्री के संसदीय क्षेत्र में बदहाल स्थिति में स्वास्थ्य व्यवस्था, घंटों करना पड़ता है एंबुलेंस का इंतजार
केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे के संसदीय क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग वेंटीलेटर पर चल रहा है. अस्पताल में न तो जरूरत की दवा है और न ही फोन करने पर एंबुलेंस की व्यवस्था है. ऐसे में मजबूरी में मरीजों को खाट पर लादकर इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया जाता है.
क्या कहते हैं मरीज के परिजन
मरीज के परिजन गिट्टू तिवारी ने बताया कि पिछले 4 घंटों तक लगातार एंबुलेंस के लिए 102 ,108 पर फोन करने के बाद भी एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हुआ. इसके बाद मजबूरी में मरीज को खाट पर उठाकर लाया गया. उन्होंने कहा कि सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए. बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को जल्द दुरुस्त करवाना चाहिए. ताकि मरीजों को बेहतर व्यवस्था और बेहतर इलाज के लिए भटकना न पड़े.
5 घंटे तक एंबुलेंस का करना पड़ता है इंतजार
बक्सर की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सदर काग्रेस विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने अश्विनी कुमार चौबे पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि जिसे संसदीय क्षेत्र में जनता ने दो बार चुनाव जीताकर केंद्र में मंत्री बनवाया. उस जिले में मरीज को इलाज के लिए खाट पर अस्पताल ले जाना पड़े इससे ज्यादा दुर्भाग्य की बात क्या हो सकती है. सरकारी अस्पतालों में मरने के बाद बॉडी ले जाने के लिए भी 5 घंटे एंबुलेंस का इंतजार करना पड़ता है.