भोजपुर:आरा के वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में शनिवार 23 दिसंबर को सीनेट की बैठक हुई. बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर भी बैठक में शामिल हुए. इस दौरान एबीवीपी और अन्य छात्र संगठनों के द्वारा राज्यपाल का घेराव करते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया. जिसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज किया. इस दौरान पूरे यूनिवर्सिटी कैंपस में भगदड़ मच गयी. छात्र भागते और पीटते दिखाई दिए. कैम्पस में मौजूद गड्ढे और नाले में भी छात्र गिरते-पड़ते भाग रहे थे.
क्या है मामलाः बताते चलें कि छात्र संगठनों ने पहले ही विश्वविद्यालय घेराव की चेतावनी दी थी. जानकारी के मुताबिक छात्र संगठन एबीवीपी, छात्र आइसा, छात्र राजद, छात्र संघर्ष समिति सहित अन्य संगठन घेराव करने का प्लान बनाया था. इन लोगों की 21 सूत्री मांग थी, जिसको पूरा नहीं किया जा रहा था. उसके विरोध में राज्यपाल का घेराव करने का प्लान बनाया गया था. आज जैसे ही बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर सीनेट की बैठक में शामिल होने विश्वविद्यालय कैंपस पहुंचे, छात्र संगठनों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया.
पुलिस ने किया लाठीचार्जः छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद भोजपुर एसपी के निर्देश पर पुलिस के द्वारा लाठी चार्ज किया गया. जिसमें कई छात्र और छात्राओं को चोट आईं. कुछ का सिर भी फूट गया है. उनका नजदीकी अस्पताल में इलाज कराया जा रहा है. वहीं लाठी चार्ज के बाद छात्र संगठन विश्वविद्यालय कैंपस में ही धरने पर बैठे रहे. वे राज्यपाल से मिलने का प्रयास कर रहे थे. गभीर रूप से जो छात्र जख्मी हुए हैं, उनमें एवीबीपी जैन कॉलज अध्यक्ष शौर्य पाठक हैं. दूसरे जख्मी छात्र एवीबीपी के राजवर्धन चौबे हैं.
"छात्रों पर पुलिस के द्वारा लाठी चार्ज नहीं किया गया है, बल्कि उनको हटाया जा रहा था. हटाने के क्रम में छात्रों को हल्की-फुल्की खरोच आई है. हम लोग राज्यपाल के आगे से इनको हटा रहे थे. लाठी चार्ज जैसा कोई मामला नहीं है."- प्रमोद कुमार, भोजपुर एसपी