भागलपुरः मैंगो मैन के नाम से मशहूर भागलपुर के अशोक चौधरी ने कोरोना वारियर्स के सम्मान में अपने बगीचे के आम का नाम लॉक डाउन मैंगो रखा है. देश में अपनी उन्नत किस्मों के आम की खेती करने की वजह से अशोक चौधरी के बगीचे में बगीचे में 156 किस्मों के आम है. वहीं, कोरोना संक्रमण काल में एक नये किस्म के आम का नाम लॉक डाउन रखा है.
लॉक डाउन का आम के व्यवसाय पर भी खासा असर पड़ा है. जिसे देखते हुए भागलपुर के मैंगो मैन के तौर पर मशहूर अशोक चौधरी ने अपने एक आम का नाम लॉक डाउन रखा है जिसकी खबू चर्चा हो रही है. मैंगो मैन अशोक चौधरी कहते हैं कि लॉक डाउन के दौर में कोरोना वारियर्स को सैल्यूट के लिए आम का नाम लॉक डाउन रखा है.
लॉक डाउन में ड्यूटी करते कोरोना वारियर्स सुल्तानगंज में है चौधरी का मधुवन
अशोक चौधरी के बगीचे में 156 किस्म के आम हैं. चौधरी शौध कर नए-नए किस्म के आम को तैयार करते हैं. अशोक चौधरी का बगीचा भागलपुर के सुल्तानगंज स्थित महेशी तिलकपुर में मधुबन नाम से है. चौधरी दो-तीन किस्मों के आम से एक नये प्रजाति का आम तैयार करते हैं. वहीं, दूसरों को आम लगाने के लिए प्रेरित करने के अलावा हर संभव मदद करते हैं.
अगले साल से कई बगीचे में लगाएंगे किसान
अशोक चौधरी ने बताया कि उन्होंने एक खास किस्म के आम लॉक डाउन को अगले साल से दूसरे बगीचों में भी व्यवसायिक दृष्टिकोण से लगाएंगे. 2020 के इस प्राकृतिक आपदा की घड़ी को आम का मजा लेते हुए लोग याद करेंगे. लॉक डाउन आम को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए लगाए गए देशव्यापी लॉक डाउन को भी याद करेंगे.
मैंगो मैन का आम पर भी लॉक डाउन का असर
बता दें कि अशोक चौधरी बचपन से ही आम के शौकीन रहे हैं. बगीचे में कई उन्नत किस्मों के आम पर रिसर्च करने के साथ नये वैरायटी का इजाद भी करते हैं. इस दौर में उनके मधुबन बगीचे के आम का व्यवसाय पर काफी ज्यादा असर दिख रहा है. इस बार उनका उत्पादन आम दिनों के मुकाबले पूरी तरह से आधा हो गया है. जिसका उन्हें अफसोस भी है. वहीं, मैंगो में अशोक चौधरी ने अपने एक उन्नत किस्म के आम का नाम लॉक डाउन रखा है.