भागलपुरःपंचायत चुनाव(Panchayat Election 2021) के दौरानकहलगांव प्रखंड (Kahalgaon Block) से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां एक दंपति कैलाश मंडल और राधिका देवी को पता ही नहीं है कि उनकी कोई बेटी नूतन देवी भी है और उसकी शादी कहलगांव प्रखंड के भोलसर पंचायत में हुई है. इस बात की जानकारी होने के बाद गांव में हंगामा मच गया है. हालांकि इस बात में कोई सच्चाई नहीं है. पूरा मामला फर्जी तरीके से जाति प्रमाण पत्र (caste certificate) बनाने का है. इसकी शिकायत मिलने पर अंचलाधिकारी जांच में जुट गए हैं.
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भोलसर पंचायत की नूतन देवी ने जो अपना जाति प्रमाण पत्र बनाया है. उसमें अपना पता ग्राम पंचायत महेशमुंडा वार्ड नंबर 9 बताया है और कैलाश मंडल को अपना पिता और बेबी देवी को अपनी माता बताया है. लेकिन जिस कैलाश मंडल को नूतन देवी ने अपना पिता बताया है उसकी पत्नी बेबी देवी नहीं है. उसकी पत्नी राधिका देवी है. कैलाश मंडल और राधिका देवी ने कहा है कि उसकी कोई बेटी नूतन देवी नाम से नहीं है और किसी की भी शादी उन्होंने भोलसर पंचायत में नहीं की है. ऐसे में अब मामला की जांच अंचलधिकारी स्वयं कर रहे हैं और उन्होंने प्रारंभिक जांच में प्रमाण पत्र गलत पाया है. अब नूतन देवी का प्रमाण पत्र रद्द किया जाएगा और उनके उपर 420 का मामला दर्ज किया जाएगा.
दरअसल झारखंड के जाति प्रमाण पत्र को बिहार में आरक्षण का लाभ नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में बिहार में चल रहे पंचायत चुनाव में चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी वंचित हो जा रहे हैं. इसलिए अधिकारी की मिलीभगत से फर्जी तरीके से जाति प्रमाण पत्र बनाकर जमा किया जा रहा है. यह मामला तब प्रकाश में आया जब प्रादेशिक क्षेत्र संख्या 9 भोलसर से ही चुनाव लड़ रही गायत्री कुमारी गुप्ता ने नूतन देवी के फर्जी जाति प्रमाण पत्र जमा करने के संबंध में एक आवेदन दिया. उस आवेदन को गायत्री कुमारी गुप्ता ने निर्वाचन आयोग बिहार, भागलपुर जिला अधिकारी, कहलगांव अनुमंडल पदाधिकारी, बीडीओ और सीओ को दिया.
आवेदन मिलने के तुरंत बाद ही इस संबंध में अंचल अधिकारी ने जांच के लिए अधिकारी को मौके पर भेजा गया ,लेकिन जिस अधिकारी को मौके पर भेजा उन्होंने वहां के स्थानीय जनप्रतिनिधि से मिलकर जांच में कैलाश मंडल और राधिका देवी की बेटी नूतन देवी को बताया. लेकिन जब मामला मीडिया में आया तब फिर अंचलाधिकारी ने मौके फर जाकर जांच की और कैलाश मंडल से मिले तो कैलाश मंडल की पत्नी बेबी देवी नहीं थी. बल्कि उसकी पत्नी राधिका देवी है. इसके अलावा पूरे पंचायत में कैलाश मंडल के नाम से कोई व्यक्ति नहीं मिला है. ऐसे में नूतन देवी के उपर मामला दर्ज किया जाएगा.
इस मामले में कैलाश मंडल ने बताया कि 15 दिन पहले गांव के ही सरपंच मंटू शाह वार्ड, मनोज कुमार और राजेश कुमार ने मिलकर दारू पिलाया था. दारू पिलाने के बाद एक सादे पेपर पर किसान कार्ड बनाने की बात कहते हुए अंगूठे का निशान लिया था और आधार कार्ड व खतियान मांगा था. सभी कागज को हमने उन लोगों को दिया था. उन्होंने कहा कि नूतन देवी नाम की मेरी कोई बेटी नहीं है.