बेगूसराय: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी शनिवार को अचानक बेगूसराय पहुंचे. जहां उन्होंने पर्रा गांव निवासी विक्रम पोद्दार और छतौना निवासी संतोष शर्मा के परिजनों से मुलाकात की. बता दें कि पिछले दिनों में विक्रम पोद्दार की थाना परिसर में ही संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई थी. इसके बाद परिजनों ने पुलिस पर ही हत्या का आरोप लगाया था. वहीं पुलिस ने कहना है कि विक्रम पोद्दार ने आत्महत्या कर ली थी.
बेगूसराय में बोले मांझी- अगर अनदेखी हुई, तो महागठबंधन में हो सकती है टूट
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने थाने में मौत हुए संतोष शर्मा और विक्रम पोद्दार के परिजन से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की.
बेगूसराय में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मीडिया से बात की. इस दौरान उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि महागठबंधन में अगर सभी घटक दलों को अहमियत दी जाएगी. तभी महागठबंधन चल सकेगा. लेकिन अगर अनदेखी की गई. तो महागठबंधन को टूटने से भी कोई नहीं रोक सकता. साथ ही साथ उन्होंने ओवैसी की ओर से 22 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा पर कहा कि यह उनकी अपनी मर्जी है. लोकतंत्र में सभी स्वतंत्र है. जिसको जहां से मन हो चुनाव लड़ सकता है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल पिछले दिनों विक्रम पोद्दार की थाना परिसर में 1 व्यक्ति की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई थी. जिसमें परिजनों ने पुलिस पर ही हत्या का आरोप लगाया था. इसी मामले को लेकर संतोष शर्मा के परिजन ने सोशल मीडिया पर सवाल उठाए गए थे. संतोष शर्मा के परिजनों ने आरोप लगाया कि सोशल मीडिया पर पुलिस के विरुद्ध लिखने की वजह से ही पुलिस ने संतोष शर्मा के साथ मारपीट की. इस वजह से संतोष शर्मा की मौत हुई. इन दोनों मामलों को लेकर जीतन राम मांझी ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.