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13 करोड़ की लागत से बनी सड़क नहीं झेल पाई वाहनों का दबाव, एक वर्ष में हो गई गड्ढों में तब्दील

बांका जिले में 13 करोड़ खर्च करने के बाद भी NH-333 A की सड़क 1 साल भी नहीं टिक पाई. घटिया निर्माण कार्य और लगातार मालवाहक वाहनों की आवाजाही के चलते सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई है. इस सड़क से आने-जाने वालों को हमेशा हिचकोले खाकर ही सफर करना पड़ता है.

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13 करोड़ की लागत से बनी सड़क एक साल में हो गई जर्जर.

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Published : Sep 28, 2020, 2:40 PM IST

बांका: जिले को कटोरिया से जोड़ने वाली NH-333A सड़क को एक वर्ष पूर्व ही 13 करोड़ की लागत से बनाया गया था. घटिया निर्माण कार्य के चलते एक बरसात भी सड़क नहीं झेल पाया. बांका शहर से लेकर कटोरिया तक कई जगहों में सड़क बड़े-बड़े गड्ढे में तब्दील हो चुका है. इससे लोगों को हिचकोले खाकर ही सफर करना पड़ता है. सड़क की सबसे बुरी स्थिति कटोरिया प्रखंड के राधानगर, घोरमारा, कठोन और कटोरिया बाजार में है. सड़क में इतने ज्यादा बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हैं जिससे आए दिन दुर्घटना और जाम की स्थिति से लोगों को जूझना पड़ता है.



गड्ढे में तब्दील हो गई है सड़क
कटोरिया के मुखिया प्रदीप गुप्ता ने बताया कि सड़क गड्ढे में नहीं बल्कि गड्ढे में सड़क तब्दील हो गया है. समर्थकों के द्वारा गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं किए जाने की वजह से इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है. सड़क किनारे पानी की निकासी नहीं रहने की वजह से भी समस्या उत्पन्न होती है. लाखों राशि खर्च किए जाने के बाद भी इसका तोड़ अब तक नहीं निकल पाया है. सड़क की महत्ता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है. यही सड़क बाबा धाम को भी जोड़ती है. बाबा धाम जाने वाले लोगों को भी समस्या उत्पन्न हो रही है. समाजसेवी विजय आनंद ने बताया कि सड़क बनाने में बरती गई अनियमितता के साथ ओवरलोड मालवाहक वाहनों के परिचालन के चलते भी सड़क बर्बाद हुई है. पानी निकासी के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है. एक वर्ष पूर्व ही इस सड़क का निर्माण कार्य हुआ था. लेकिन एनएच के अधिकारी और संवेदक के लापरवाही के चलते सड़क गड्ढों में तब्दील है.

13 करोड़ की लागत से बनी सड़क एक साल में हो गई जर्जर.
लापरवाही के चलते एक वर्ष भी नहीं टीकी सड़ककठोन निवासी गुड्डू दास ने बताया कि सड़क किनारे जो घर हैं उनके मन में हमेशा मन भय बना रहता है कि कहीं कोई बड़ी दुर्घटना ना हो जाए और इसके चपेट में ना आ जाए. एनएच के अधिकारी और कार्य एजेंसी की लापरवाही के चलते सड़क एक वर्ष भी नहीं टिक सका. जिले का व्यस्ततम सड़क मार्ग है दिनभर भारी वाहनों की आवाजाही लगी रहती है. सड़क पर बने गड्ढों को कभी-कभार भरने का काम किया जाता है. लेकिन बारिश शुरू होते ही फिर से गड्ढा बन जाता है. वहीं एनएच के कार्यपालक अभियंता मनोरंजन पांडे से मोबाइल से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन उठाना भी मुनासिब नहीं समझा.

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