बांका: मानसिक रूप से विक्षिप्त 30 वर्षीय एक महिला के साथ दुष्कर्म की घटना हुई. मानवता को शर्मसार कर देने वाली इस घटना की शिकार पीड़ित महिला लगभग 9 महीने से गर्भवती भी है. पीड़िता भूखे-प्यासे भटकते हुए बच्चे को जन्म देने की नीयत से रेफरल अस्पताल पहुंची.
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अस्पताल में हो रही देखरेख
अस्पताल प्रबंधन के माध्यम से पीड़ित महिला की समुचित देखभाल की जा रही है. चिकित्सकों के अनुसार पीड़िता को प्रसव में अभी लगभग एक सप्ताह का समय लग सकता है. पीड़िता ने इशारे में बताया कि उसके मुंह में कपड़ा ठूंसकर दरिंदों ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था.
लाचारी का उठाया गया फायदा
मानसिक रूप से कमजोर होने के कारण पीड़िता आरोपित के बारे में बहुत ज्यादा स्पष्ट नहीं बता पा रही है. लेकिन यदि गहनता से पूछताछ की जाय तो दरिंदों की पहचान कर सकती है. क्योंकि पीड़िता का कहना है कि भूख-प्यास से तड़पने के दौरान मदद करने के बहाने उसकी लाचारी का फायदा उठाकर उसके साथ घिनौना अपराध किया गया.
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ससुराल ने अस्वीकारा और मायके ने भी ठुकराया
कटोरिया थाना क्षेत्र में ही पीड़िता का मायका और ससुराल दोनों है. हालांकि शादी के कुछ दिनों बाद ही ससुराल वालों ने उसे अस्वीकार कर दिया था. जबकि मायके वालों ने भी उसे ठुकरा दिया है. इस विकट स्थिति में पिछले 15 सालों से पीड़िता इधर-उधर रिश्तेदारों के घर भटक कर लोगों से मदद मांगकर अपना पेट पाल रही है.
गोद देने की इच्छा
पीड़िता की मानें तो करीब 9 माह पहले जब वह अपने एक रिश्तेदार के घर शरण ली थी. इसी दौरान उसके साथ यह घिनौना काम किया गया था. मुंह में कपड़ा ठूंसने की वजह से वह चीख भी नहीं पायी. वहीं पीड़ित महिला प्रसव के बाद बच्चे को गोद देने की इच्छा जता रही है. पीड़िता का कहना है कि जिससे बच्चा देंगे वह कम से कम खाना तो खिलाएगा. साथ ही चेहरे पर आशा भरी मुस्कान के साथ कहती है कि वह बच्चा मां तो मुझे ही कहेगा.