बांका(शंभुगंज): पुल निर्माण कम्पनी की ओर से गुणवत्तापूर्ण डायवर्सन बनवाने को लेकर जिला प्रशासन गम्भीर नहीं है. जिसका खामियाजा बेकसूर जनता को भुगतना पड़ता है. जिले में दो दिनों से हो रही बारिश के बाद गंगटी नदी में पानी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही डायवर्सन टूटकर ध्वस्त हो गया. इसके बाद से बांका से मुंगेर जिला का सम्पर्क टूट गया.
प्रशासन व संवेदक के प्रति लोगों में आक्रोश
लगातार टूट रहे डायवर्सन को लेकर लोगों में जिला प्रशासन व संवेदक के प्रति गहरी आक्रोश है. लोगों का कहना है कि 18 फीट गहरी गंगटी नदी में महज छह फीट उची डॉयवर्सन बनाकर सिर्फ खाना पूर्ति किया गया है. गंगटी नदी के पुराने पुल में ग्यारह पाया था, जिससे होकर नदी का पानी निकासी होता था. लेकिन डॉयवर्सन में पानी निकासी के लिए मात्र पांच हयुम पाईप लगाया गया है. इस डॉयवर्सन से होकर जिला के अधिकारी से लेकर मंत्री तक का काफिला आता-जाता है. इस कारण जरा भी चुक व असावधानी पर बड़ा हादसा हो सकता है.
'कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा'
इस लापरवाही के बाबजूद सांसद व विधायक की चुप्पी और संवेदक पर अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों व मंत्री का मेहरबानी बना रहना लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है. पथ निर्माण विभाग पथ प्रमंडल बांका के द्वारा 3 कराेड़ 43 लाख 3450 रुपये की राशि से शंभूगंज के गंगटी नदी में पुल का निर्माण कार्य कराने का कार्य एजेंसी संध्या संम्राट कंस्ट्रक्सन एंड सर्विसेज के द्वारा कराया जा रहा है. वहीं, बिना नये पुल निर्माण कार्य के पुराने व मजबूत पुल को तोड़ने के मामले में प्रखंड जदयू अध्यक्ष बीएल गांधी के द्वारा संवेदक की मनमानी के विरूद्ध प्रधान सचिव व मुख्यमंत्री को शिकायत आवेदन भेजकर उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग किया था. जिसपर प्रधान सचिव ने अभियंता प्रमुख को जांच करने आदेश जारी भी किया है.
समस्या को लेकर जिला प्रशासन गम्भीर नहीं
शंभूगंज के गंगटी नदी में बराबर टूटते डॉयवर्सन को देखकर भले ही लोगों की समस्या को लेकर जिला प्रशासन गम्भीर नहीं हो. लेकिन एसएसपीएस कॉलेज प्रशासन ने अपने कॉलेज के छात्र छात्रों की परेशानी को देखकर गंगटी नदी में ही बाटेश्वरनगर गांव के सामने डॉयवर्सन से सौ मीटर पूरब में बांस का चचरी पुल बनाने का काम शुरू कर दिया है, जिससे होकर सिर्फ स्कूली छात्र पार हो सके.