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बिना नाम लिए सीएम का RJD पर सियासी हमला, कहा- कुछ लोगों को सेवा से नहीं मेवा से मतलब

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Published : Oct 14, 2020, 7:16 PM IST

बांका में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने एक तरफ जहां उपलब्धियां गिनाई तो दूसरी तरफ विपक्ष को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को सेवा से नहीं मेवा से मतलब है.

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चुनावी सभा में बांका पहुंचे CM नीतीश कुमार.

बांका: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी पहली चुनावी सभा की शुरुआत बांका के अमरपुर से की. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके साथ आये जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी हेलीकॉप्टर से अमरपुर पहुंचे. यहां कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया.

'कुछ लोगों को सेवा से नहीं मेवा से मतलब'
चुनावी सभा में सीएम नीतीश कुमार ने बिना नाम लिए विपक्ष पर सियासी हमला बोला. उन्होंने कहा कि जनता मालिक है और हम उनका सेवक हैं. यदि जनता फिर से मौका देगी तो सेवा करेंगे. लेकिन कुछ लोगों को सेवा से कोई मतलब नहीं है. उनको अपने लिए सिर्फ मेवा चाहिए. कुछ लोगों के लिए पति- पत्नी और बेटा-बेटी ही परिवार है. लेकिन मेरे लिए पूरा बिहार एक परिवार है और इनकी सेवा करते आ रहे हैं और फिर से मौका मिला तो करते रहेंगे. मुख्यमंत्री ने लोगों को आगाह किया कि अगर काम देखने की बजाय किसी के प्रचार के चक्कर में गए तो उनकी तो आमदनी बढ़ेगी लेकिन लोगों की आमदनी पहले की तरह नीचे चली जाएगी. इसीलिए जनता को किसी के झांसे में आए बगैर सोच विचार कर विकास को वोट देना चाहिए.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'न्याय के साथ विकास की रही है सोच'
जदयू प्रत्याशी जयंत राज के लिए लोगों वोट मांगने पहुंचे सीएम ने कहा कि न्याय के साथ विकास की सोच रही है. मार्च से बिहार में कोरोना वायरस फैल गया, जिसका हमलोगों ने डटकर मुकाबला किया. इस दौरान लॉकडाउन भी लगाया गया. बाहर रह रहे 21 लाख लोगों को ट्रेन और अन्य साधनों से बिहार लाया गया. सभी का कोरोना जांच के बाद चौदह दिनों के लिए क्वारंटाइन सेंटरों में रखा गया. एक-एक व्यक्ति पर 5 हजार 300 रुपए खर्च किए गए.

'महिलाओं को किया जा रहा है शिक्षित'
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सबका साथ और सबका विकास की तर्ज पर चलते हुए समाज के पिछले पायदान पर खड़े लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है. महिलाओं को नगर निकाय एवं पंचायत चुनाव में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया. जिसका परिणाम सभी के सामने है. महिलाएं नगर निकाय और पंचायत चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर आम लोगों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं. प्रजनन दर कम करने के लिए महिलाओं को शिक्षित किया जा रहा है. पंद्रह साल पहले की सड़कें और आज की सड़कों में जमीन आसमान का फर्क है. सरकारी सेवाओं में महिलाओं को 35 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया है. छात्रों के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के तहत आगे की पढ़ाई के लिए चार लाख रुपए दिए जा रहे हैं.

'जाम से निजात के लिए हर बाईपास का होगा निर्माण'
सात निश्चय योजना के तहत गांव-गांव बिजली पहुंचाई गई है. पेयजल उपलब्ध कराया गया है और सड़कों का जाल बिछाया गया है. उन्होंने कहा कि सात निश्चय योजना-2 के तहत अब कई गांवों को जोड़कर सड़क का निर्माण किया जाएगा. जाम से निजात दिलाने के लिए बाईपास का निर्माण किया जा रहा है, जहां फ्लाई ओवर की जरूरत होगी वहां फ्लाई ओवर का निर्माण किया जायेगा. अगर जनता फिर से मौका देती है तो हर खेतों तक पानी पहुंचाया जाएगा.

'ग्रेजुएट करने वाली छात्राओं को दिया जाएगा 50 हजार रुपया'
इंटर पास करने पर छात्राओं को 25 हजार और ग्रेजुएट करने वाली छात्राओं को 50 हजार रुपया दिया जाएगा. सरकारी दफ्तरों में अब महिलाओं की नियुक्ति होगी. सभी जिलों में पॉलटेक्निक और आईटीआई कॉलेज स्थापित किया जाएगा. युवाओं को कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा. साथ ही परमंडल स्तर पर उपकरण भी उपलब्ध कराया जाएगा ताकि रोजगार का अवसर युवाओं को मिले सके. 10 से अधिक गांव मिलाकर पशु अस्पताल का निर्माण कराया जाएगा और मुफ्त में पशुओं की चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई जाएगी.

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