अररिया:सीमांचल का जिला अररिया आज भी अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. यहां के यात्रियों को सफर करने में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है. यहां के स्टेशन पर ना तो बैठने की सुविधा है और ना ही पीने का शुद्ध पानी, लोग ऐसी स्थिति में भी सफर करने को मजबूर हैं.
जान हथेली पर रखकर रेलवे ट्रैक पार करते यात्री ट्रेनों में यात्रियों को होती है दिक्कत
यहां हजारों लोग रोजाना सफर करते हैं. इस दौरान ट्रेनों में भी काफी भीड़ होती है. जिसके कारण कई बार महिलाएं भी खड़े होकर यात्रा करती हैं. अररिया से चलने वाली लोकल ट्रेन हो या लंबी दूरी तय करने वाली ट्रेन, उसमें पीने का पानी, यात्रियों के लिए शौचालय, ट्रेन में साफ-सफाई, खाने के लिए पेंट्रीकार जैसी मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है.
काम के वक्त सोता कर्मचारी प्लेटफॉर्म पर भी नहीं है कोई सुविधा
यात्रियों ने बताया कि यहां उन्हें प्लेटफॉर्म पर बैठने के लिए भी सुविधा नहीं है, ना ही पीने का पानी मिलता है. यात्रियों को टिकट लेने में भी काफी दिक्कत होती है, क्योंकि ट्रेन आने के आधे घंटे पहले टिकट काउंटर खोले जाते हैं, जिसके कारण एक साथ लोगों की काफी भीड़ हो जाती है.
क्या कहते हैं सांसद
वहीं, यहां के जनप्रतिनिधि अपनी पार्टी का गुणगान करने और विपक्ष को जिम्मेदार ठहराने में पीछे नहीं हटते हैं. नवनिर्वाचित सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि बहुत जल्द ही यहां के यात्रियों को सभी प्रकार की सुविधा मुहैया कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि संसद सत्र के दौरान भी उन्होंने सीमांचल में रेल की असुविधा का मुद्दा उठाया था और रेल मंत्री से मिलकर भी उन्हें यहां की समस्या से अवगत कराया है.