अररिया:प्रदेश में बाढ़ का कहर लगातार जारी है. जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर भरगामा प्रखंड स्टेट हाइवे 327 पर कई लोग चार दिनों से शरण लिए हुए हैं. कई लोग भूखे प्यासे बीमार पड़े हैं. कई चूड़ा, मुढ़ी और बिस्कुट के सहारे जिन्दगी बिता रहे हैं. वहीं अब तक इन लोगों की सुध लेने जिला प्रशासन की तरफ से कोई नहीं पहुंचा है.
अररिया: सड़क पर तंबू लगाकर रह रहे बाढ़ पीड़ित, अबतक सुध लेने नहीं पहुंचा कोई अधिकारी
बाढ़ की वजह से लोग अपने घर को छोड़कर बच्चों और मवेशियों के साथ सड़क पर आकर शरण लिए हुए हैं. लोग सड़क पर प्लास्टिक और बांस के सहारे तंबू गाड़ रहने को मजबूर हैं.
सड़क पर तंबू गाड़ कर रह रहे लोग
बाढ़ की वजह से लोग अपने घरों को छोड़कर बच्चों और मवेशियों के साथ सड़क पर आकर शरण लिए हुए हैं. लोग सड़क पर प्लास्टिक और बांस के सहारे तंबू गाड़कर रहने को मजबूर हैं. इसको लेकर लोगों में अपने जनप्रतिनिधियों के प्रति काफी आक्रोश है. उनका कहना है कि अबतक कोई भी उनकी मदद के लिए नहीं पहुंचा है.
क्या कहते हैं अधिकारी
हालांकि इस मामले पर प्रखंड की बीडीओ ने कहा कि यह बाढ़ नहीं है. उन्होंने कहा कि दो से चार लोग अपने मवेशी को लेकर सड़क पर आए हैं. लेकिन बाढ़ जैसे कोई हालात नहीं है. बीडीओ ने कहा कि हम खुद वहां जाकर हालात का जायजा लिए हैं. वहां बाढ़ जैसी कोई स्थिति नहीं है.