पटना: उपेंद्र कुशवाहा पिछले कई महीनों से लगातार प्रदर्शन और आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन उनके प्रदर्शन और आंदोलन में सहयोगी दल का बढ़-चढ़कर हिस्सा नहीं लेना, सवाल खड़े कर रहा है. हालांकि विपक्ष ने इससे साफ इनकार किया है. आरजेडी और कांग्रेस कुशवाहा को अपना मजबूत सहयोगी कहती नजर आई है.
महागठबंधन एकजुट है, परेशानी तो एनडीए गठबंधन में है- विपक्ष
उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व के सवाल पर कांग्रेस अपनी अलग राय रखती है. कांग्रेस नेता सदानंद सिंह का मानना है कि महागठबंधन में जो भी परेशानी है उसे आपस में सुलझा लिया जाएगा. इन मामलों को अंदरूनी रूप से सुलझाया जाएगा.
'परेशानी तो एनडीए गठबंधन में है'
आरेजडी विधायक विजय प्रकाश कहते हैं कि उपेंद्र कुशवाहा अगर आंदोलन का नेतृत्व करते हैं कि उसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की पूर्ण सहमति ही रहती है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन एकजुट है, परेशानी तो एनडीए गठबंधन में है. उन्होंने उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के बयान का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर गठबंधन से सरकार कमजोर होती है तो बीजेपी गठबंधन के साथ सरकार क्यों चला रही है. उपेंद्र कुशवाहा के सवाल पर प्रकाश का कहना है कि हम सब एक हैं और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी जो भी आंदोलन या प्रदर्शन करती है, उसमें राजद नेता की पूर्ण सहमति होती है.
अंदरूनी रूप से सुलझायी जाएंगी परेशानियां
हालांकि उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व के सवाल पर कांग्रेस अपनी अलग राय रखती है. कांग्रेस नेता सदानंद सिंह का मानना है कि महागठबंधन में जो भी परेशानी है उसे आपस में सुलझा लिया जाएगा. इन मामलों को अंदरूनी रूप से सुलझाया जाएगा. हालांकि सदानंद सिंह भी कहते हैं कि पिछले दिनों उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में आयोजित किए गए प्रदर्शन में कांग्रेस और आरजेडी के नेताओं ने भी पूरी भागीदारी निभाई है.