पटना: बिहार के रोहतास जिले में 60 फीट लंबे लोहे के पुल की चोरी के मामले (Bridge Theft in Rohtas case) को लेकर नीतीश सरकार की खूब छीछालेदर हो रही है. चोरी के इस मामले का पुलिस द्वारा खुलासा किये जाने के बाद अब जल संसाधन विभाग ने दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की है. जल संसाधन विभाग ने दो अधिकारियों को सस्पेंड (Nasriganj SDO Radheshyam Singh suspended) कर दिया है. इसके साथ ही मुख्य अभियंता, सिंचाई सृजन, डिहरी और कार्यपालक अभियंता, सोन नहर प्रमंडल बिक्रमगंज से स्पष्टीकरण की मांग की गई है.
ये भी पढ़ें: हाय रे बिहार: नीतीश के अफसर और तेजस्वी के चहेते ने बेच दिया 60 फीट लंबा लोहे का पुल, अब पहुंचे जेल
मंत्री ने दिया सख्त कार्रवाई का निर्देश: जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा (Water Resources Minister Sanjay Kumar Jha) ने लोहे का पुराना पुल चोरी के मामले के सामने आने के बाद त्वरित छानबीन कर विभाग के दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है. जल संसाधन विभाग के वरीय अधिकारियों द्वारा की गई मामले की प्रारंभिक छानबीन में प्रथम दृष्टया दोषी पाये जाने पर नासरीगंज के अवर प्रमंडल पदाधिकारी राधेश्याम सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश जारी कर दिया गया.
कनीय अभियंता भी निलंबित:इसके साथ ही सोन नहर प्रमंडल बिक्रमगंज के कनीय अभियंता अरशद कमाल शमसी को भी लापरवाही के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है. इस पूरे मामले में मुख्य अभियंता, सिंचाई सृजन, डिहरी और कार्यपालक अभियंता, सोन नहर प्रमंडल बिक्रमगंज से स्पष्टीकरण की मांग की गई है. इस मामले की अभी विस्तृत जांच की जा रही है. बता दें कि बिहार के रोहतास जिला स्थित नासरीगंज के अमियावर में सोन नहर पर बने 60 फुट का लोहे का लंबा पुल चोरी हो गया था. पुलिस ने चोरी के इस मामले का खुलासा करते हुए सिंचाई विभाग के एसडीओ राधेश्याम सिंह और राजद नेता शिवकल्याण भारद्वाज सहित 8 लोगों को गिरफ्तार किया था.