पटना: राजधानी का गौरव कहे जाने वाले बिहार म्यूजियम में इन दिनों बड़े घोटाले की खबर सामने आ रही है. बता दें कि बिहार म्यूजियम में टिकट बिक्री के नाम पर पांच करोड़ के घोटाले की बात सामने आ रही है. घोटाले की बात सामने आते ही बिहार म्यूजियम में हड़कंप मचा हुआ है.
म्यूजियम से महत्वपूर्ण जानकारी बाहर ना आए और म्यूजियम की गोपनीयता बनाए रखने के लिए म्यूजियम एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक में मीडिया के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है.
करोड़ों की लागत से बनाया गया था म्यूजियम
गौरतलब है कि बिहार राज्य का गौरवशाली अतीत संजोने के उद्देश्य से करोड़ों की लागत से म्यूजियम बनाया गया था. वहीं, अब म्यूजियम घोटाले का अड्डा बनता हुआ दिखाई पड़ रहा है. बिहार म्यूजियम निदेशक मोहम्मद यूसुफ ने कोतवाली थाने में एक महीने पहले म्यूजियम में हुए टिकट बिक्री फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर दर्ज कराया था. मामले में गबन आरोपी म्यूजियम संग्रहाध्यक्ष मौमिता घोष को बर्खास्त कर दिया है. वहीं, घोटाले की खबरें मीडिया में प्रमुखता से आने के बाद कला संस्कृति विभाग घोटाले की जांच में जुट गया है.
मीडिया प्रवेश पर लगी पाबंदी म्यूजियम में चल रही है जांच
म्यूजियम में घोटाले की खबर आने के बाद से म्यूजियम निदेशक के साथ-साथ अन्य अधिकारियों का भी कुछ पता नहीं चल पा रहा है. वहीं, प्रधान सचिव भी मामले पर मीडिया से दूरी बनाए हुए हैं. म्यूजियम के एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक का गेट बस अधिकारियों की गाड़ी आने-जाने पर ही खुल रही है. सुरक्षा गार्डों का कहना है कि ऊपर से आदेश है कि अधिकारियों के अलावा किसी भी अन्य व्यक्ति के प्रवेश पर रोक है. म्यूजियम में जांच चल रही है और लगातार कला संस्कृति विभाग के अधिकारी म्यूजियम के एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक में जांच के सिलसिले में आते-जाते दिखाई पड़ रहे हैं.