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Published : Apr 3, 2022, 12:02 PM IST

Updated : Apr 3, 2022, 10:10 PM IST

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अंबेडकर की प्रतिमा के अपमान पर भड़के मांझी, कहा- '..तो न जाने कितने शहरों में अब तक दंगे हो गए होते'

दिवंगत रामविलास पासवान का बंगला खाली कराने के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था. इस वीडियो में देखा गया था कि बंगला खाली कराने के दौरान संविधान निर्माता बी आर अंबेडकर की प्रतिमा और रामविलास पासवान की तस्वीर को सड़क पर फेंका गया था. इसे लेकर पूर्व सीएम जीतन राम मांझी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया जतायी है. पढ़ें पूरी खबर.

Former CM Jitan Ram Manjhi
Former CM Jitan Ram Manjhi

पटना: पिछले दिनों एलजेपी के दिवगंत नेता रामविलास पासवान का बंगला खाली करवाया (Ram Vilas Paswan bungalow vacated) गया था. रामविलास पासवान के इस बंगले में सांसद चिराग पासवान (MP Chirag Paswan) और उनका परिवार रहता था. पूर्व केंद्रीय मंत्री और दिवंगत एलजेपी नेता राम विलाम पासवान के बंगले को खाली करवाने के बाद बिहार में सियासी बवाल शुरू हो गया है. बिहार नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Bihar Leader of Opposition Tejashwi Yadav) और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी (Former CM Jitan Ram Manjhi) ने कड़ी प्रतिक्रिया जतायी है.

ये भी पढ़ें: दिल्ली में बंगला खाली कराने पर बोले चिराग- 'ये तरीका ठीक नहीं, मैं जानता हूं किसके दबाव में किया गया ऐसा'

पीएम और गृह मंत्री से कार्रवाई की मांग: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तान युवा मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने 12 जनपथ बंगले पर अंबेडकर की प्रतिमा और पासवान की तस्वीर के साथ हुए अपमान को लेकर कहा कि अगर अंबेडकर की जगह अगर किसी धार्मिक पुस्तक को सड़क पर इस तरीके से फेंक कर अपमानित किया जाता है तो न जाने कितने शहरों में अब तक दंगे हो गए होते. मांझी ने ट्वीट कर मोदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मांग से अंबेडकर की प्रतिमा को अपमानित करने वालों के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की है.

तेजस्वी यादव ने भी किया था विरोध: दरअसल, 12 जनपथ बंगले को खाली कराने के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था. इस वीडियो में देखा गया था कि बंगला खाली कराने के दौरान संविधान निर्माता बी आर अंबेडकर की प्रतिमा और खुद रामविलास पासवान की तस्वीर को सड़क पर फेंका गया था. संविधान निर्माता अंबेडकर और रामविलास पासवान की मूर्ति को सड़क पर फेंके जानें का तेजस्वी यादव ने भी विरोध किया था.

उन्होंने कहा कि, 'ताउम्र वंचितों के हितैषी और पैरोकार रहे स्व० रामविलास पासवान जी का दिल्ली आवास खाली कराने गयी केंद्र सरकार की टीम ने भारत रत्न बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति व पद्म भूषण पासवान जी की तस्वीर को अपमानजनक तरीके से सड़क पर फेंक संविधान व दलित वर्ग का अपमान करने का कुकृत्य किया है.

कई नेताओं ने किया चिराग का समर्थन: बता दें कि चिराग पासवान ने अपने दिवंगत पिता को आवंटित सरकारी बंगला खाली कर दिया है. राम विलास पासवान के निधन के बाद से ही उनके बेटे और सांसद चिराग पासवान 12 जनपथ स्थित बंगले में रह रहे थे. सरकार ने जिस तरीके से इस बंगले को 2 दिन पहले खाली करवाया, उससे चिराग पासवान खासे नाराज हैं. कई दलों ने भी उनका समर्थन किया है.

तेजस्वी यादव ने अपने एक वीडियो ट्विटर पर पोस्ट कर कैप्शन में लिखा था कि ताउम्र वंचितों के हितैषी और पैरोकार रहे स्व. रामविलास पासवान का दिल्ली आवास खाली कराने गई केंद्र सरकार की टीम ने भारत रत्न बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति व पद्म भूषण पासवान की तस्वीर को अपमानजनक तरीके से सड़क पर फेंक संविधान व दलित वर्ग का अपमान करने का कुकृत्य किया है.

ये भी पढ़ें: राम विलास पासवान को आवंटित बंगला कराया गया खाली, सालभर पहले मिला था नोटिस

रामविलास पासवान अक्टूबर 2020 तक 12 जनपथ वाले बंगले में रहते थेःपूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान 12 जनपथ वाले बंगले में रहते थे. सरकार की ओर से खाली करा लिया गया है. एक साल पहले आवास खाली कराने का नोटिस दिया गया था. सरकार ने अपने आदेश को लागू कराने के लिए एक टीम भी भेजी थी. टीम ने बंगला का सारा सामान बाहर फेंककर उसे खाली कर दिया था. राम विलास पासवान का अक्टूबर 2020 में 74 साल की उम्र में निधन हो गया था.

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Last Updated : Apr 3, 2022, 10:10 PM IST

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